Amit Shah ने की नार्को समन्यव केंद्र की तीसरी बैठक की अध्यक्षता, बोले- नशा मुक्त भारत, मोदी सरकार का संकल्प

अमित शाह ने कहा कि स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में इस तीसरी बैठक के माध्यम से हमें यह सुनिश्चित करना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने ‘नशा-मुक्त भारत’ का जो विज़न हमें दिया है इस अमृत काल में हमें उसे हमारा संकल्प बनाना है

Amit Shah chairs 3rd apex level Narco Coordination Centre meeting in DelhiAmit Shah chairs 3rd apex level Narco Coordination Centre meeting in Delhi
Amit Shah ने की नार्को समन्यव केंद्र की तीसरी बैठक की अध्यक्षता 
मुख्य बातें
  • अमित शाह ने नारको को लेकर की अहम बैठक, लिए ये प्रमुख निर्णय
  • अमित शाह बोले- नशा भारतीय सुरक्षा के लिए एक चुनौती है
  • नरेन्द्र मोदी सरकार ने मादक पदार्थों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है- शाह

नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में नार्को समन्वय केंद्र (NCORD) की शीर्षस्तरीय समिति की तीसरी बैठक की अध्यक्षता की, जिसका आयोजन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा किया गया था। बैठक में केन्द्रीय गृह सचिव, विभिन्न मंत्रालयों के सचिव, सम्बंधित केंद्रीय एजेंसियों के प्रमुख, अर्द्धसैनिक बलों के महानिदेशकों के साथ-साथ सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों एवं पुलिस महानिदेशकों ने बैठक में भाग लिया।

बताया पीएम का संकल्प

बैठक के दौरान गृह मंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में इस तीसरी बैठक के माध्यम से हमें यह सुनिश्चित करना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने ‘नशा-मुक्त भारत’ का जो विज़न हमें दिया है इस अमृत काल में हमें उसे हमारा संकल्प बनाना है। गृह मंत्री ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने मादक पदार्थों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है। हमें देश में नशीले पदार्थों की आपूर्ति के नेटवर्क को ध्वस्त करना पर ज़ोर देना चाहिए।

NCORD की बैठक में गृह मंत्री जी द्वारा लिए गए प्रमुख निर्णय:

  1. सभी राज्य, DGP के अधीन डेडीकेटेड एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) का गठन करें, जो कि State NCORD के सचिवालय का कार्य करें।
  2. राष्ट्रीय स्तर पर NCB के अंतर्गत केन्द्रीय NCORD ईकाई के गठन के भी निर्देश दिए गए। नारकोटिक्स प्रशिक्षण मॉड्यूल, राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जाए जिससे इसमें पुलिस, CAPF कार्मियों, प्रॉसिक्यूटर्स और विभिन्न सिविल डिपार्टमेंट के लोगों को प्रशिक्षित किया जा सके।
  3. दोहरे उपयोग वाले Precursor केमिकल्स का दुरुपयोग रोकने हेतु एक स्थायी इंटर मिनिस्ट्रियल कमेटी का गठन किया जाएगा, जिसका संचालन मिनिस्ट्री ऑफ केमिकल एंड फर्टिलाइजर द्वारा किया जाए और इसमें गृह मंत्रालय से NCB तथा राजस्व विभाग, वित्त मंत्रालय के प्रतिनिधि को भी रखा जाए।
  4. सभी बन्दरगाहों चाहे सरकारी हो या निजी पर आने एवं जाने वाले Containers की एक निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार scanning करने के लिए Container Scanners और संबन्धित उपकरणों के प्रबंध के निर्देश दिए
  5. राष्ट्रीय स्तर पर नार्को-कैनाइन पूल (Narco-Canine Pool) विकसित करने के भी निर्देश दिए. NCB, NSG के साथ समन्वय कर एक नीति बनाए जिसके तहत राज्य पुलिस को भी आवश्यकतानुसार canine squad की सुविधा उपलब्ध कराई जाए मानस नाम से परिकल्पित National Narcotics Call Centre की शुरूआत। केंद्रीय स्तर पर समेकित NCORD पोर्टल का गठन किया जाए जो विभिन्न संस्थाओं / एजेंसियों के मध्य, सूचना-विनिमय के लिए प्रभावी तंत्र का काम करेगा
  6. नारकोटिक्स के व्यापर में Dark-net तथा Crypto-currency के बढ़ते उपयोग को रोकने हेतु एक प्रभावी तंत्र का निर्माण किया जाएगा।“DRONES, Satellite एवं अन्य प्रौद्योगिकी के उपयोग द्वारा अवैध ड्रग्स की खेती की रोकथाम की जाएगी।
  7. नशे के विरुद्ध जागरूकता अभियान का व्यापक प्रसार,सभी प्रमुख कारागारों में नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना।

नशा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती

गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार मानती है कि नशे की समस्या राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी एक बड़ी चुनौती है, जिसको सभी के समन्वय से ही निपटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि नशे की समस्या को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती के रूप मे समझने की आवश्यकता है। शाह ने बताया कि वर्ष 2011 से 2014 और वर्ष 2018 से 2021 के दौरान अगर मादक पदार्थों की जब्ती का रिकॉर्ड देखें तो दिखाई देता है कि यह समस्या बढ़ रही है, लेकिन साथ ही ये भी पता चलता है कि सरकारी एजेंसियां अच्छा कार्य कर रही हैं। 

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