कोलकाता/नई दिल्ली : बिहार चुनाव के बाद अगले साल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। इसी सिलसिले में बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 5 नवंबर से पश्चिम बंगाल का दो दिवसीय का दौरा करने जा रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के बाद अमित शाह का यह पहला दौरा है। इससे पहले उन्होंने एक मार्च को राज्य का दौरा किया था। शाह का यह दौरा प्रदेश बीजेपी में बड़े संगठनात्मक बदलाव के बाद हो रहा है। महासचिव (संगठन) सुब्रत चट्टोपाध्याय को हटा दिया गया था और उनके जूनियर अमिताभ चक्रवर्ती को केंद्रीय नेतृत्व द्वारा उस पद पर नियुक्त किया गया था।
गृहमंत्री का यह दौरा महत्व रखता है क्योंकि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति की आलोचना की थी। धनखड़ ने पिछले सप्ताह नयी दिल्ली में शाह से मुलाकात की थी और राज्य के हालात पर चर्चा की थी। प्रदेश बीजेपी नेता कानून का शासन नहीं होने का हवाला देते हुए बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 अप्रैल-मई में होने की संभावना है। यह बीजेपी के लिए महत्त्वपूर्ण होगा क्योंकि वह राज्य की राजनीति में अपनी बढ़ती प्रमुखता को भुनाने की कोशिश करेगी, जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तीसरी बार सत्ता में वापसी की कोशिश करेंगी। पिछले साल हुए आम चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 18 सीटों पर जीत दर्ज कर बीजेपी राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल की मुख्य प्रतिद्वंद्वी के तौर पर उभरी है। बीजेपी नेताओं ने विश्वास जताया है कि वे अगले साल अप्रैल-मई में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के 10 साल के शासन को समाप्त कर देंगे।
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