Ayodhya में हाल ही में बनकर तैयार हुए Yogi Mandir से मूर्ति गायब हो गई है. मंदिर को बनवाने वाला प्रभाकर मौर्य भी लापता है. बताया जा रहा है कि मंदिर की जमीन को लेकर विवाद है जिसके चलते प्रशासन ने ये कदम उठाया. गांववालों के मुताबिक एक गाड़ी से कुछ लोग आए और मंदिर से मूर्ति उठाकर ले गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या में राम जन्मभूमि से करीब 25 किलोमीटर दूर भरतकुंड क्षेत्र में फैजाबाद-प्रयागराज राजमार्ग पर एक मंदिर बनाया गया है, जहां उनकी नियमित पूजा-अर्चना होती है।
यह मंदिर राम जन्मभूमि से करीब 25 किलोमीटर दूर जिले के भरतकुंड क्षेत्र में फैजाबाद-प्रयागराज राजमार्ग पर बनाया गया है। माना जाता है कि भरतकुंड वह स्थान है जहां भगवान राम के भाई भरत ने उन्हें वनवास जाते समय विदाई दी थी। इस मंदिर में धनुष और बाण से सुसज्जित योगी आदित्यनाथ की आदमकद प्रतिमा स्थापित की गई है और इस प्रतिमा को भगवा रंग में रंगा गया है। तब प्रभाकर मौर्य ने कहा कि वह भगवान श्री राम की तरह प्रतिदिन योगी की प्रतिमा के सामने भजन पाठ करते रहते हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह मंदिर अब विवादों में आ गया था। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष ने एक व्यक्ति के आरोप के हवाले से कहा है कि अयोध्या जिले में जमीन पर अवैध कब्जा करने की नीयत से योगी का मंदिर बनाया गया है और अब वह बताएं कि ऐसे भूमाफिया पर वे कार्रवाई करेंगे या दिल्ली से विशेष दस्ता आएगा। इस बीच मंदिर निर्माण कराने वाले व्यक्ति के चाचा ने आरोप लगाया है कि सरकारी जमीन पर कब्जा करने के इरादे से यह मंदिर बनाया गया है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।