कोलकाता : बीजेपी के टिकट से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल रहे बाबुल सुप्रियो अब तृणमूल कांग्रेस के साथ हैं। बीजेपी छोड़ने के बाद राजनीति से संन्यास लेने की बात कहने वाले बाबुल सुप्रियो ने शनिवार को ही टीएमसी का दामन थामा और अपने पहले के फैसले को गलत बताया था। अब एक दिन बाद ही ट्विटर पर उनकी बीजेपी के दिग्गज नेता स्वपन दासगुप्ता से तीखी बहस हो गई, जिन्होंने उनके टीमएसी से जुड़ने को लेकर सवाल उठाए हैं।
स्वपन दासगुप्ता ने रविवार को किए एक ट्वीट में कहा कि बाबुल सुप्रियो के दलबदल पर बीजेपी समर्थकों का गुस्सा स्वाभाविक है। विपरीत परिस्थितियों में समन्वय बनाना और धैर्य रखना राजनीति का हिस्सा है। अफसोस, बाबुल सुप्रियो को जल्दी थी। यह कदम उनकी अपनी ही छवि को नुकसान पहुंचाने वाला है।
इसके बाद बाबुल सुप्रियो ने पलटवार करते हुए एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि यह बात उन लोगों पर भी लागू होती है, जो प्रतिद्वंद्वी पार्टी से बीजेपी में आए और उन्हें शीर्ष पदों से नवाजा गया।
बाबुल सुप्रियो ने अपने ट्वीट में कहा कि क्या उन्होंने पाला बदलकर इतिहास रच दिया है? यह बात उन लोगों पर भी लागू होती है, जो कभी बीजेपी के प्रतिद्वंद्वी थे, लेकिन जब वे अपनी निष्ठा बदलकर बीजेपी में शामिल हुए तो पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करते हुए इन्हें शीर्ष पदों से नवाजा गया। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, 'क्या ऐसे लोगों को छोड़ दिया जाना चाहिए, क्योंकि इन लोगों ने अपनी छवि खराब की (जैसा कि आपने कहा है कि मैंने किया है) और बीजेपी की छवि को भी नुकसान पहुंचाया। क्या मैं सही हूं?'
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