रविदास मंदिर तोड़े जाने को लेकर दलित प्रदर्शन: 'दंगा करने' के मामले में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर गिरफ्तार

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Updated Aug 22, 2019 | 12:55 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

दिल्ली में संत रविदास का मंदिर को गिराए जाने के बाद स दलित समाज बेहद उग्र है और वो प्रदर्शन कर रहा है, बुधवार को दलितों का प्रदर्शन हिंसक हो गया इसके बाद पुलिस ने भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर को गिरफ्तार किया है।

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भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद 
मुख्य बातें
  • दिल्‍ली के तुगलकाबाद इलाके में रविदास मंदिर तोड़े जाने के बाद विरोध-प्रदर्शनों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा
  • डीडीए द्वारा मंदिर तोड़े जाने के विरोध में  लोगों ने दिल्ली में प्रदर्शन किया
  • दिल्ली पुलिस ने इस मामले में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर लिया है

नयी दिल्ली: भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को दंगा करने और अवैध रूप से एकत्र होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है और उन्हें बृहस्पतिवार को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। गौरतलब है कि दिल्‍ली के तुगलकाबाद इलाके में रविदास मंदिर तोड़े जाने के बाद विरोध-प्रदर्शनों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा।

डीडीए द्वारा मंदिर तोड़े जाने के विरोध में  लोगों ने दिल्ली में प्रदर्शन किया, जिसकी अगुवाई भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद कर रहे थे। इस दौरान पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प भी हुई, जिसके बाद देर रात चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर लिया गया।

रविदास मंदिर गिराए जाने के विरोध में दलितों का प्रदर्शन हिंसक हो गया था जिसके कारण पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए 'हल्का लाठीचार्ज' और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। 

इसके बाद चंद्रशेखर और करीब 96 अन्य को बुधवार की रात तुगलकाबाद इलाके से हिरासत में लिया गया था। अधिकारी ने बताया, 'दंगा करने, अवैध रूप से एकत्र होने, लोकसेवक को उसका कर्तव्य पूरा करने से रोकने के लिए जानबूझकर चोट पहुंचाने और अन्य आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की गई है। चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा 96 अन्य प्रदर्शनकारी पुलिस हिरासत में हैं, जांच जारी है।'

मंदिर गिराए जाने के विरोध में 13 अगस्‍त को पंजाब में भी प्रदर्शन हुए थे, वहां प्रदर्शनकारियों ने जालंधर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई अन्‍य मार्गों को भी बाधित कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली विकास प्राधिकरण ने 10 अगस्त को मंदिर गिराया था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मंदिर स्थल तक जाने की अनुमति नहीं दी थी जिसके कारण प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए।

पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने दो मोटरसाइकिलों में आग लगा दी और कारों एवं पुलिस वाहन में तोड़-फोड़ की। इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि सरकार तुगलकाबाद में भूखंड समुदाय को सौंपे और मंदिर का पुनर्निर्माण कराया जाए।

 

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