RJD 'Pratirodh' March in Bihar over Inflation and Unemployment: महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर लालू प्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने रविवार (सात अगस्त, 2022) को हल्ला बोला। बिहार की राजधानी पटना में पार्टी की ओर से 'प्रतिरोध मार्च' निकाला गया। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान लालू के दोनों लाल मौजूद रहे।
राजद नेता और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से पूरा देश परेशान है। जिस प्रकार से इन लोगों (केंद्र सरकार) ने संवैधानिक संस्थाओं को खिलौना बना रखा है, इससे सभी परेशान हैं। तमाम ऐसे मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच आए हैं। लोगों का समर्थन देख सकते हैं।"
वहीं, उनके बड़े भाई राजद नेता तेज प्रताप यादव ने आरसीपी सिंह पर जमीन खरीद से जुड़े आरोपों पर जवाब दिया- आप लोग देख ही रहे हैं, जिसका पतन होना शुरू हो जाता है तो वह अपने आप उजागर होने लगता है। इन लोगों ने पूरी तरह भ्रष्टाचार करने का काम किया। नौजवान इधर उधर भटक रहा है, इसीलिए हम लोग मार्च निकाल रहे हैं।
कांग्रेस का किस प्रकार का समर्थन?
बिहार में महागठबंधन से अब तक दूरी बनाकर चल रही कांग्रेस ने एक रोज पहले (छह अगस्त, 2022) को ऐलान किया था कि वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) नीत केंद्र सरकार के शासन में बढ़ रही महंगाई के खिलाफ राजद नीत महागठबंधन के प्रस्तावित प्रदर्शन का समर्थन करेगी। बिहार प्रदेश कांग्रेस समिति (बीपीसीसी) अध्यक्ष मोहन झा ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया था कि वह रविवार को होने वाले विरोध प्रदर्शनों का समर्थन करें। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव स्वयं पटना में रविवार को ‘‘प्रतिरोध मार्च’’ का नेतृत्व करेंगे।’’
हालांकि, झा द्वारा विरोध प्रदर्शन को समर्थन देने के लिए जारी पत्र में स्पष्ट नहीं है कि कांग्रेस ने केवल सैद्धांतिक समर्थन दिया है या अपने कार्यकर्ताओं को भी प्रदर्शन में हिस्सा लेने व सड़कों पर उतरने के लिए कहा। वहीं, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) का घटक राजद लगातार कहता रहा है कि वह राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस का समर्थन करता रहेगा। हालांकि, बिहार कांग्रेस के कई नेताओं ने शिकायत की है कि तेजस्वी और उनके पिता लालू प्रसाद यादव उनसे ठीक व्यवहार नहीं कर रहे हैं।
प्रदर्शन के पोस्टर में सबसे विशाल तेजस्वी की तस्वीर
दरअसल, पिछले साल हुए उपचुनाव तक कांग्रेस महागठबंधन की दूसरी सबसे बड़ी घटक थी, लेकिन राजद की ओर से कम महत्व दिए जाने से नाराज होकर उसने अगला लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की धमकी दी। पटना में राजद दफ्तर के बाहर ‘प्रतिरोध मार्च’ को लेकर विशाल पोस्टर लगाया था, जिसमें तेजस्वी की विशाल तस्वीर थी। उनके साथ लालू प्रसाद यादव, गांधी और वाम दलों के अन्य नेताओं की तस्वीर को भी जगह दी गई है, लेकिन उनका आकार छोटा है। (भाषा इनपुट्स के साथ)
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