नई दिल्ली: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को कहा कि बीजेपी ने राज्य में 19 लाख नौकरियां देने की बात कही थी, क्या उन्होंने 19 नौकरियां भी दीं? इसी तरह देश में 2 करोड़ नौकरियां देने की बात करते थे लेकिन 80 लाख नौकरियां ही दी। उन्होंने कहा कि एक संपादित वीडियो चलाया गया था। गिरिराज सिंह में पीएम मोदी से उन नौकरियों और विशेष पैकेज के बारे में पूछने का साहस होना चाहिए। जो उन्होंने बिहार से वादा किया था। बीजेपी झूठों की पार्टी है, मीडिया के सामने बैठे रहते हैं, वे क्या काम करते हैं?
तेजस्वी यादव द्वारा 10 लाख युवाओं को नौकरी देने के पूर्व के एक वादे को लेकर शुक्रवार को ट्विटर पर उनके और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बीच जुबानी जंग छिड़ गई। सिंह ने तेजस्वी के एक ताजा इंटरव्यू के वीडियो का हिस्सा शेयर किया, जिसमें वह बिहार में युवाओं को 10 लाख रोजगार दिए जाने से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने तेजस्वी पर तंज कसते हुए वीडियो के साथ ही यह भी लिखा कि आरजेडी के नेता ने 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था लेकिन वह उसे मुख्यमंत्री बनने पर पूरा करेंगे, अभी तो वह उपमुख्यमंत्री हैं।
बिहार में राजनीतिक उलट-फेर के बाद दोनों नेताओं के बीच इसी को लेकर सोशल मीडिया मंच पर तीखी बहस शुरु हो गई। सिंह के ट्वीट का जवाब देते हुए तेजस्वी ने उस इंटरव्यू का बड़ा हिस्सा शेयर किया और कहा कि श्रीमान जी, इतने बेशर्म मत बनिए। एक फुट लंबी चोटी रखने से कोई ज्ञानी नहीं बन जाता, जैसे आप रखते है। आप लोगों की इन ओछी हरकतों, संपादित वीडियोज और सड़क छाप बयानों की बदौलत ही बीजेपी की यह दुर्दशा है। इन बेचारों का बिहार में कोई चेहरा ही नहीं है।
केंद्रीय मंत्री ने तेजस्वी पर पलटवार करने में देरी नहीं की। उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि बिहार की धर्मनिरपेक्ष सरकार के शीर्ष नेताओं ने हिंदू प्रतीक चिन्ह टीका-शिखा पर हमले शुरू कर दिए हैं। डिप्टी सीएम तेजस्वी ने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के चुनावी अभियान का नेतृत्व करते हुए उन्होंने 10 लाख रोजगार देने का जो वादा किया था, उसे नयी सरकार पूरा करेगी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसे लेकर गंभीर हैं।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने तेजस्वी के इंटरव्यू का जिक्र किया और कहा कि उन्होंने 2020 में कहा था कि वह सत्ता में आएंगे तो 10 लाख नौकरी देंगे लेकिन अब वह कह रहे हैं कि अभी तो वह उपमुख्यमंत्री हैं और मुख्यमंत्री बनने पर नौकरी देंगे। उन्होंने उपमुख्यमंत्री से इस बारे में स्थिति स्पष्ट करने को कहा। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से नाता तोड़कर जब से नीतीश कुमार ने राजद के साथ मिलकर महागठबंधन की सरकार बनाई है तभी से बीजेपी के नेता मुख्यमंत्री कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी को निशाना बना रहे हैं।
उधर तेजस्वी यादव ने सीपीएम नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात की। सीपीआई महासचिव डी राजा ने कहा कि राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा हुई। यह 2024 की लड़ाई की प्रस्तावना होगी और भाजपा को हराने के लिए धर्मनिरपेक्ष-लोकतांत्रिक पार्टी की मदद करेगी। वाम दल राजद का समर्थन करना जारी रखेंगे, हम चाहते थे पटना में गैर-भाजपा सरकार बने।
बिहार के प्रवासी मजदूर, जिनकी जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। उस पर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। जब धारा 370 हटाई गई तो बीजेपी ने कहा कि आतंकी गतिविधियां रुकेंगी। लेकिन क्या हमें कोई बदलाव देख सकते हैं? इसके बजाय, वे कश्मीर को और अलग कर रहे हैं।
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