बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बिहार के मुजफ्फरपुर कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है। परिवाद दायर कराने वाले शख्स ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया है कि उन्होंने हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री गया के आधिकारिक दौरे पर थे। उनके साथ सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी भी इस दौरे पर साथ थे। दोनों मंदिर के गर्भगृह तक साथ गए थे, जहां दोनों ने भगवान के दर्शन किए थे। पूजा के बाद मंसूरी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के साथ विष्णुपद मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश करना मेरा सौभाग्य है।
वहीं नीतीश कुमार ने खुद इसके फोटो अपने सोशल मीडिया पर शेयर किए थे। उन्होंने लिखा था- "आज गया में पितृपक्ष मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थलों का भ्रमण कर जायजा लिया। विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की। देवघाट का निरीक्षण किया और रबर डैम परियोजना की कार्य प्रगति की जानकारी ली।"
किसने की है शिकायत
बिहार सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष आचार्य चंद्र किशोर पराशर ने नीतीश कुमार समेत अन्य सात के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में परिवाद दर्ज कराया है। उन्होंने कहा है कि नीतीश एक मुस्लिम मंत्री के साथ मंदिर में गए हैं, इससे हमारा मंदिर अपवित्र हो गया है। इसलिए इन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। इस मामले की अगली सुनवाई दो सितंबर को होगी।
भाजपा ने भी साधा निशाना
इस मामले को लेकर बीजेपी ने भी नीतीश कुमार पर हमला बोला है। भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि मंदिर में प्रवेश करना मंसूरी का एक विधर्मी कार्य था। जब यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि गैर-हिंदुओं को मंदिर में प्रवेश करने की मनाही है, तो उन्होंने कैसे किया वह? सीएम नीतीश कुमार इसके लिए जवाबदेह हैं। उन्होंने हिंदू समुदाय की भावनाओं को आहत किया है और मंदिर का अपमान किया है।
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