नई दिल्ली। 15 जून की रात गलवान घाटी में हिंसक झड़प हुई जिसमें 20 जवान शहीद हो गए। इसके साथ ही 43 चीनी सैनिकों के भी मारे जाने की खबर है। एएनआई के मुताबिक जो 43 चीनी सैनिक मारे गए हैं उनमें चीनी यूनिट का कमांडिंग ऑफिसर भी शामिल है। बताया जा रहा है कि इस समय संघर्ष वाली जगह पर चीनी हेलीकॉप्टरों की आमद बढ़ गई है और इससे अंदेशा है कि हिंसक झड़प में चीन को भी बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।
चीनी हेलीकॉप्टर, एंबुलेंस के आधार पर आंकलन
इसका आंकलन इस आधार पर किया जा रहा है कि जिस तरह से स्ट्रेचर और एंबुलेंस के जरिए चीनी सैनिकों को वहां से हटाया जा रहा है वो सारी कहानी बयां करती है। अभी फिलहाल संख्या के बारे में ठीक ठीक बता पाना मुश्किल है लेकिन स्ट्रेचर और एंबुलेंस के हिसाब से अनुमान लगाया जा सकता है कि वो संख्या 40 से अधिक होगी।
बातचीत का चीन ने नहीं किया सम्मान
विदेश मंत्रालय की तरफ से मंगलवार को बयान आया था कि 15 जून को चीन की सेना ने स्टेट्ल को का उल्लंघन किया था और जब चीनी सैनिक विवादित क्षेत्र में दाखिल हुए तो उन्हें हटाने की कार्रवाई की गई और उस दौरान यह अप्रिय घटना घटी। भारत की तरफ से कहा गया है कि जब विवादित मुद्दे पर बातचीत जारी थी तो चीन का तरफ से वार्तालाप का सम्मान नहीं किया गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हिंसक झड़प में दोनों देशों की सेनाओं को नुकसान पहुंचा है, जहां तक चीन के आरोप की बात है तो वो सरासर गलत है।
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