नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश में जारी टीकाकरण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रवार को पत्र लिखा। अपने पत्र में राहुल ने प्रधानमंत्री से कोरोना के टीके के निर्यात पर रोक लगाने और सभी उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाए जाने की मांग की है। कोरोना के मामलों में आई तेजी का हवाला देते हुए वायनाड के सांसद ने कहा है कि सरकार को देश में अन्य टीकों के इस्तेमाल की मंजूरी भी देनी चाहिए। राहुल ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार की 'दूरगामी नीति' के अभाव एवं 'खराब प्रबंधन' की वजह से वैज्ञानिक समुदाय की मेहनत 'बेकार' चली जा रही है।
'धीमी गति से चल रहा टीकाकरण'
राहुल ने अपने पत्र में कहा, 'टीकाकरण की प्रकिया शुरू करने में भारत ने तो बढ़त बना ली लेकिन यह प्रक्रिया बहुत धीमी गति से चल रही है और हम तीन महीने में अभी तक अपनी कुल आबादी के एक प्रतिशत से कम लोगों का पूरी तरह से टीकाकरण कर पाएं हैं। ऐसे देश जिनकी आबादी अच्छी खासी है उन्होंने अपने यहां टीकाकरण ज्यादा प्रभावी ढंग से किया है। अभी देश में टीकाकरण करने की जो दर है उस हिसाब से अगर आगे बढ़ा गया तो 75 फीसदी आबादी को टीका लगाने में वर्षों लग जाएंगे।'
राहुल की मांग-टीकों के निर्यात पर लगे रोक
उन्होंने आगे लिखा है, 'इस बात की कोई स्पष्ट वजह नहीं है कि सरकार ने बड़ी संख्या में टीकों का निर्यात क्यों किया? देश में टीके की कमी हो गई है लेकिन छह करोड़ से ज्यादा टीकों को निर्यात किया गया। राज्यों में वैक्सीन की कमी हो गई है।' कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी ने पिछले 70 वर्षों में देश को वैक्सीन उत्पादन में अग्रणी बनाया है और इस पर उन्हें गर्व है।
राहुल की मांग है-
कांग्रेस नेता ने कहा है कि वह देश में जारी टीकाकरण अभियान को अपना समर्थन जारी रखने की बात दोहराते हैं। राहुल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार उनके इन सुझावों पर गंभीरता से ध्यान देगी।
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