नई दिल्ली: कांग्रेस ने पीएम-किसान योजना पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। असम कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा कि अगर किसान आतंकवादी और खालिस्तानी हैं तो केंद्र सरकार 9 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 18,000 करोड़ रुपये क्यों ट्रांसफर कर रही है। बोरा ने पीएम को 'प्रचार मंत्री' कहते हुए केंद्र से गलतियों को स्वीकार करने, माफी मांगने और कृषि कानूनों को निरस्त करने का आग्रह किया।
बोरा ने अपने ट्वीट में कहा, 'लाइट, कैमरा, भाषण। आज भाजपा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में किसानों को गुमराह करने के लिए निकल पड़ेगी। अगर किसान आतंकवादी, खालिस्तानवादी हैं, तो ये कार्यक्रम क्यों? गलतियों को स्वीकार करें, माफी मांगें, कानूनों को निरस्त करें और आगे बढ़ें। भाषण बंद कर, कुछ करने योग्य करो।'
आज पीएम करेंगे संवाद
पीएम-किसान और केंद्र सरकार की अन्य कृषि कल्याण की योजनाओं को लेकर किसान आज अपने अनुभव प्रधानमंत्री से साझा करेंगे। इस योजना के तहत हर साल तीन किस्तों में किसानों के खातों में 6000 रुपये भेजे जाते हैं। 2,000 रुपये की राशि तीन किस्तों में भेजी जाती है। यह कार्यक्रम ऐसे समय हो रहा है जब दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर पिछले कुछ हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे हैं।
भाजपा ने यह कार्यक्रम ऐसे समय में तय किया है कि जब दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसान पिछले चार सप्ताह से अधिक समय से तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। वे इन कानूनों को रद्द किए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं जबकि सरकार ने इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया है।
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