कांग्रेस का नया अध्यक्ष अक्टूबर 2022 में मिल जाएगा। पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा इसकी प्रक्रिया एक नवंबर 2021 से शुरू होगी। इन सबके बीच कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि वो ही पूर्णकालिक अध्यक्ष हैं तो इशारा और निशाना साफ था कि वो किसके लिए बात कर रही हैं। कांग्रेस में इस समय कुछ वरिष्ठ नेता पार्टी के पुनर्गठन की ना सिर्फ बात करते हैं बल्कि उसे अमल में लाए जाने की जरूरत बताते हैं और उन नेताओें के समूह को आम बोलचाल में जी-23 का नाम दिया गया है।
इशारों इशारों में जी-23 को संदेश
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सोनिया गांधी ने तमाम मुद्दों को उठाते हुए कहा कि असंतोष के बीच हमें देखना होगा कि क्या हम पार्टी का किसी ना किसी रूप में नुकसान तो नहीं कर रहे हैं। अपने बयानों के जरिए वो जी-23 के नेताओं को नसीहत देने के साथ साथ उन लोगों को भी संदेश दे रही थीं जिनकी वजह से पार्टी को गाहे बेगाहे फजीहत उठानी पड़ती है।
सीडब्ल्यूसी बैठक की खास बातें
अंबिका सोनी का खास बयान
अंबिका सोनिक ने कहा कि जी-23 का जिक्र तक नहीं था। वे बैठक में मौजूद थे। कांग्रेस गुटों में बंटी नहीं है, हम एक हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सभी नेता सर्वसम्मति से चाहते हैं कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष बनें। प्रक्रिया (चुनाव के लिए) सितंबर (2022) में शुरू होगी । सभी ने एकमत से सहमति व्यक्त की, कि वह (राहुल गांधी) (पार्टी अध्यक्ष) बनेंगे या नहीं, यह उन पर निर्भर है। सभी की राय है कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनना चाहिए।
क्या कहते हैं जानकार
अब यह तो तय है कि कांग्रेस की कमान संभालने वाले उस शख्स का नाम क्या होगा इसके लिए अगले साल इसी अक्टूबर महीने का इंतजार करना होगा। लेकिन सवाल यह है कि अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया में इतना लंबा समय क्यों लिया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि दरअसल इसके पीछे पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। आमतौर पर राजनीतिक हल्कों में चर्चा है कि कांग्रेस की कमान कोई ना कोई शख्स गांधी परिवार से ही होगा। ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले अध्यक्ष पद पर वो शख्स आसीन होता है और चुनावों में पराजय का सामना करना पड़ता है तो फिर गलत संदेश जाएगा।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।