क्रूज ड्रग केस का मामला अब सियासी हो चला है। इस संबंध नें एनसीबी के जोनल डॉयरेक्टर समीर वानखेड़े पर एनसीपी के कद्दावर नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक सनसनीखेज आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने समीर वानखेड़े के बर्थ सर्टिफिकेट पर भी सवाल उठाए और कहा कि उन्हें करीब 26 खत मिले हैं और वो चाहते हैं कि सभी खत विजिलेंस जांच का हिस्सा बने। उनसे खत की विश्वसनीयता के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह बात तो साफ है कि एनसीबी के ही किसी अधिकारी की तरफ से ये खत मुहैया कराए गए हैं।
फर्जी दस्तावेज पर नौकरी
नवाब मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल की है। यही नहीं समय आने पर उनके पिता की भी जांच कराई जाएगी। उन्होंने अब तक जो तनख्वाह ली है उसे वापस ली जाएगी और उनके पेंशन को बंद किया जाएगा। उन्होंने कहा एक विशेष प्रयोजन के तहत एक खास अधिकारी को एनसीबी में लाया गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह केस के बाद पूरी फिल्म इंडस्ट्री को बदनाम करने की कोशिश शुरू हुई। रिया चक्रवर्ती को फंसाया जाना उसका एक उदाहरण है। कोविड काल में फिल्म इंडस्ट्री मालदीव और दुबई थी और वहीं से बड़े पैमाने पर वसूली की गई।
समीर वानखेड़े के बर्थ सर्टिफिकेट पर विवाद
अदालत में रख चुका हूं अपना पक्ष
नवाब मलिक के आरोपों पर जब समीर वानखेड़े से पूछा गया तो उनका जवाब था कि वो अदालत के सामने अपने पक्ष को रख चुके हैं। जहां तक नवाब मलिक के आरोपों का सवाल है को तो वैसा करने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने कहा कि जब कोई जांच होती है तो इस तरह की स्थितियां बनती हैं। लेकिन नो पाक साफ हैं, जो कानून के दायरे में होगा उसके जरिए वो खुद का बचाव करेंगे। लेकिन जो लोग दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जहां तक नवाब मलिक का सवाल है तो वो व्यक्तिगत खुन्नस की वजह से यह काम कर रहे हैं क्योंकि उनका एक रिश्तेदार एनसीबी की कार्रवाई का सामना कर रहा है।
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