चक्रवात ‘बुलबुल' के बहुत गंभीर श्रेणी में पहुंचने की आशंका, बंगाल की ओर कर सकता है रुख

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Updated Nov 07, 2019 | 23:28 IST | भाषा

Cyclonic Storm Bulbul:चक्रवात ‘बुलबुल' की तीव्रता बढ़ती जा रही है और उसके बहुत गंभीर श्रेणी में पहुंचने की आशंका जताई जा रही है इसको लेकर संबधित जिलों को सचेत किया गया है। 

BULBUL
चक्रवाती तूफान बुलबुल   |  तस्वीर साभार: ANI

कोलकाता: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे चक्रवात के अगले दो दिनों में ‘बहुत गंभीर’ चक्रवात में तब्दील होकर पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और ओडिशा के तट के करीब से गुजरने की आशंका है। मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक जी के दास ने कहा, ‘‘चक्रवात ‘बुलबुल’ कोलकाता से 930 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व अवस्थित है और गुरुवार रात को इसके और मजबूत होने की संभावना है।

शनिवार को यह और ताकतवर होकर ‘बहुत गंभीर’ श्रेणी में पहुंच जाएगा जिससे समुद्र में स्थिति प्रतिकूल हो सकती है।' इसके मद्देनजर मछुआरों को गुरुवार शाम तक तट पर लौटने और अगले आदेश तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।दास ने कहा 'तूफान के उत्तर-उत्तरपश्चिम में पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तट की ओर रुख करने की संभावना है।’

चक्रवात ‘बुलबुल’ के प्रभाव क्षेत्र में हवा की रफ्तार 70 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटे दर्ज की गई और जबकि केंद्र में इसकी गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे है।मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि अगर यह बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होता है तो इसकी अधिकतम गति 115 से 125 किलोमीटर प्रति घंटे पहुंच जाएगी और तूफान के केंद्र में गति 140 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।

मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवाती प्रणाली की निगरानी की जा रही है और तट से टकराने के संभावित स्थान का आकलन किया जा रहा है।इस बीच मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों पूर्वी मिदनापुर, उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिले में नौ से 11 नवंबर तक भारी बारिश होने की संभावना जतायी है।

एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि संबंधित जिलों के अधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने और आपात स्थिति से निपटने के लिए कार्य योजना तैयार करने को कहा गया है। मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में शुक्रवार शाम से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और यह गति बढ़ती चली जाएगी।

केंद्र ने राज्यों को हर संभव मदद का भरोसा दिया
केंद्र ने गुरुवार को राज्यों से कहा कि चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' से निपटने के लिए सभी संभव कदम उठाए जाएं और यह सुनिश्चित किया जाए कि जानमाल का नुकसान कम से कम हो। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने यहां एक उच्च स्तरीय बैठक में राज्यों को भरोसा दिया कि 'बुलबुल' के कारण पैदा होने वाले हालात में केंद्र द्वारा सभी जरूरी सहायता मुहैया कराई जाएगी।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मिश्रा ने राज्यों से यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय करने की सलाह दी है कि जानमाल का नुकसान कम से कम हो। बैठक में चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की गई।बयान में कहा गया कि यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा व्यक्त की गई चिंता के मद्देनजर बुलाई गई थी।

बैठक में भारतीय मौसम विभाग के प्रमुख ने तूफान 'बुलबुल' के बारे में विस्तृत पूर्वानुमानों के बारे में बताया। चक्रवात ‘बुलबुल’ के प्रभाव क्षेत्र में हवा की रफ्तार 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे दर्ज की गई और जबकि केंद्र में इसकी गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे है।

मौसम विभाग के एक वैज्ञानिक ने बताया कि अगर यह बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होता है तो इसकी अधिकतम गति 115 से 125 किलोमीटर प्रति घंटे पहुंच जाएगी और तूफान के केंद्र में गति 140 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।

 

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