नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़ कर 1640 हो गये तथा इसके चलते 38 लोगों की मौत हो गयी है जबकि 51 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। इन मामलों से सबसे अधिक संख्या तबलीगी जमात से जुड़े लोगों की भी है। लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच दिल्ली के कई इलाके हॉट-स्पॉट बनाए गए है और 60 कन्टेनमेंट जोन भी बनाए गए हैं।
दिलशाद गार्डन से भी मामले आने हुए बंद
शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में सील किए गए 3 इलाकों से पिछले 15 दिनों में कोई नया केस नहीं आया है।उन्होंने बताया कि अभी तक 60 कन्टेनमेंट जोन बनाए गए हैं। जिसमें दिलशाद गार्डन भी शामिल है। सत्येंद्र जैन ने बताया कि जिन इलाकों में कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं वहां 'ऑपरेशन शील्ड' चलाया जा रहा है।
क्या होते हैं कटेनमेंट जोन
दिल्ली में 60 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इन जोन में सबसे पहले पूरी एरिया को सील कर दिया जाता है और इलाके को उसके बाद पूरी तरह से मशीनों द्वारा सैनिटाइज किया जाता है। इसके बाद सरकार द्वारा डोर-टू-डोर सर्वे किया जाता है जहां दिल्ली सरकार के कर्मचारी जाकर यह पता लगाते हैं कि कहीं कोई बीमार तो नहीं है। अगर इस दौरान किसी में कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उन लोगों का सैंपल लिया जाता है।
ऑपरेशन शील्ड
इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेस करते हुए बताया था कि ऑपरेशन शील्ड के तहत दो और इलाकों को कोरोना फ्री करने में कामयाबी मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे पहले दिलशाद गार्डन में ऑपरेशन शील्ड चलाया गया। वहां पर 15 दिन से कोई नया केस नहीं आया है। खिचड़ीपुर और वसुंधरा एन्क्लेव में भी पिछले 15 दिनों में एक भी पॉजिटिव केस नहीं आया है। खिचड़ीपुर की तीन गलियों को सील कर ऑपरेशन शील्ड लागू किया गया और यहां पर भी प्रयोग सफल रहा।
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