दिल्ली में सेक्स स्लेव का जाल...मना करने पर विदेशी लड़कियों की 'खूनी पिटाई', आपबीती सुनाते-सुनाते फफक पड़ी पीड़िता

उज्बेकिस्तान की लड़कियों को नौकरी देने के बहाने भारत लाया जाता है, फिर उन्हें वेश्यावृति के धंधे में धकेल दिया जाता है। मना करने पर उनके साथ जमकर मारपीट की जाती है।

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दिल्ली में उज्बेकिस्तान की लड़कियों के साथ हैवानियत  |  तस्वीर साभार: Times Now
मुख्य बातें
  • देखिए उन लड़कियों की आपबीती जिन्हें सेक्स रैकेट से छुड़ाया गया
  • इनकी आपबीती सुन आप जाएंगे दहल
  • नौकरी का झांसा देकर लाया जाता है भारत

कहते हैं दिल्ली दिल वालों की है...लेकिन हाल के दिनों में कुछ ऐसी घटनाएं सामने आईं हैं, जिससे पूरी मानवजाति शर्मसार हो जाए। देश की राजधानी दिल्ली में विदेशी लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर लाया जा रहा है और उन्हें एक तरह से सेक्स स्लेव बनाकर रखा जा रहा है। उनसे वेश्यावृति करवाई जाती है। मना करने पर उनके साथ मारपीट की जाती है। मारपीट भी ऐसी कि वीडियो देखकर हर कोई दहल जाएगा। फिर दूसरी लड़कियों को इसी वीडियो को दिखाकर डराया जाता है और वेश्यावृति के लिए मजबूर किया जाता है।

लड़कियों की आपबीती

सलमा (बदला हुआ नाम) काम की तलाश में अप्रैल 2019 में टूरिस्ट वीजा पर भारत आई थीं। भारत पहुंचने के बाद उन्हें काम तो नहीं मिला बल्कि जिस दलाल ने उन्हें उज्बेकिस्तान से आने में मदद की थी, उसने भारत पहुंचते ही उनका पासपोर्ट और सामान छीन लिया। इसके बाद उसे साउथ दिल्ली के एक फ्लैट में ले जाकर कैद कर दिया। सलमा उन सात लड़कियों में से एक है जो किसी तरह से अपने आप को बचाने में कामयाब रही हैं।

बेरहमी से मारपीट

सलमा पासपोर्ट के बिना कुछ नहीं कर सकती थी। उसे वेश्यावृति के लिए कहा गया, शुरू में तो विरोध की, लेकिन उसके पास कोई चारा नहीं था। वो उसी फ्लैट में एक सेक्स स्लेव की तरह कैद हो गई। लोग आते उसके जिस्म को नोचते और फिर चले जाते। कई बार सलमा ने मना किया लेकिन दलालों ने उसे नहीं छोड़ा। मना करने पर उसे जमकर पीटा जाता था। बेरहमी से की गई इस पिटाई के कारण वो कई दिनों तक बिस्तर पर ही पड़ी रहती थी। साथ ही उसे और उसके जैसी अन्य लड़कियों को भी नियमित रूप से ड्रग्स लेने के लिए मजबूर किया जाता था।

ज्यादातर लड़कियां हैं शादीशुदा

उज्बेकिस्तान से लाई गई ज्यादातर लड़कियों का शादी कम उम्र में ही हो गई थी। उनके पति ने उन्हें छोड़ दिया था। जिसके बाद उन्हें काम की तलाश करनी पड़ी और दलाल भारत ले आए। इन सात में एक लड़की को अक्टूबर 2019 में 17 साल की उम्र में भारत लाया गया था, एक की उम्र 30 साल है। इसके पास एक बच्चा भी है, जिसके दिल में छेद है। दूसरी 22 साल की है और इस साल जनवरी में ही आई है। इन्हें एक दिन में 10-10 लोगों के साथ सोना पड़ता था। 

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