सुबह सुबह इंदौर और आसपास के लोग घबराकर जग गए। दरअसल इंदौर से करीब 125 किमी दूर दक्षिण, दक्षिण पश्चिम इलाके निमाड़ में धरती डोल गई। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.5 दर्ज की गई है।निमाड़ इलाके में रहने वाले लोग दहशत की वजह से घर से बाहर निकल आए। लोगों का कहना है कि पहले समझ में नहीं आया कि क्या हो रहा है। हालांकि बाद में अहसास हुआ कि जैसे धरती को किसी ने अंदर से हिला दिया हो।
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता का मतलब समझें
2.9-हल्का कंपन
3.9-बिल्कुल करीब से ट्रक के गुजरने पर कंपन का अहसास
4.9 -भूकंप पर खिड़कियां टूटने का खतरा
5.9-फर्नीचर हिल जाता है।
6.9 -इमारतों की नींव दरकती है और ऊपरी मंजिल को नुकसान
7-7.9 -इमारतें गिर जाती हैं और जमीन के अंदर पाइप का फट जाती हैं
7 से 7.9- इमारत समेत बड़े पुलों को गिरने का खतरा
9 से अधिक तीव्रता के भूकंप से भयंकर तबाही
भूकंप की वजह
भूकंप क्यों आता है इसे लेकर बताया जाता है कि धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं और ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है ये टैकटोनिक प्लेट्स बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है भूकंप की तीव्रता का अंदाजा एपीसेंटर से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।