शिवसेना के इतने नेता ईडी के रडार पर , संजय राउत अकेले नहीं

महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच जब ईडी ने शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत को पूछताछ के लिए बुलाया तो पार्टी की तरफ से बयान आया कि बीजेपी के लिए ईडी की परमभक्ति का उदाहरण अब सबके सामने है।

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ईडी ने शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत को पूछताछ के लिए बुलाया था 
मुख्य बातें
  • संजय राउत ने कहा था शिंदे कैंप के 16 से 17 विधायक एजेंसियों के निशाने पर
  • संजय राउत को ईडी के सामने पेश होना था।
  • अलीबाग कार्यक्रम का हवाला देकर ईडी के सामने नहीं पेश हुए संजय राउत

जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत को मंगलवार को पेश करने के समन जारी किया था। लेकिन वो जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए। संजय राउत के वकीलों ने अलीबाग में पूर्व कार्यक्रम का हवाला देते हुए समय की मांग की। दिलचस्प है कि जब ईडी की तरफ से संजय राउत को समन जारी किया गया तो शिवसेना की तरफ से कहा कि बीजेपी के लिए ईडी की परमभक्ति सामने आ गई है। इससे पहले संजय राउत ने कहा था कि शिंदे कैंप में 16 से 17 ऐसे विधायक हैं जो अलग अलग केंद्रीय एजेंसियों के रडार पर हैं। यहां पर हम शिवसेना के कुछ खास चेहरों का जिक्र करेंगे जिन्हें ईडी पहले पूछताछ के लिए बुला चुकी है। 

अनिल परब
महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री और शिवसेना के प्रमुख रणनीतिकार अनिल परब दापोली के एक रिसॉर्ट से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं। उनसे हाल ही में लगातार तीन दिन छह घंटे की पूछताछ की गई थी। रत्नागिरी के दापोली में रिसॉर्ट निर्माण में अनियमितता को लेकर केंद्रीय एजेंसियां कई महीनों से परब से पूछताछ कर रही हैं। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने पर्यावरण संरक्षण नियमों के उल्लंघन के लिए शिवसेना मंत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। जिसके आधार पर ईडी ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।

प्रताप सरनाइक

तीन बार के विधायक  और बागी बने प्रताप सरनाइक से 175 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा जांच की जा रही है। केंद्रीय एजेंसी ने इससे पहले नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) में कथित तौर पर 5,600 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में सरनाइक की 11.35 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी।सरनाइक सबसे पहले महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से बीजेपी के साथ मतभेद खत्म करने और शिवसेना नेताओं को केंद्रीय एजेंसियों द्वारा परेशान होने से बचाने का अनुरोध करने वालों में से थे।


यशवंत जाधव

बीएमसी की स्थायी समिति के पूर्व सदस्य और दो बार के नगरसेवक यशवंत जाधव अपने साथ जुड़े हवाला नेटवर्क में आईटी और ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं। पिछले हफ्ते की गई छापेमारी के दौरान, आईटी विभाग को अंतरराष्ट्रीय हवाला लेनदेन में उसकी कथित संलिप्तता और कुछ विदेशी न्यायालयों में गलत तरीके से पैसा भेजने के सबूत मिले। ईडी इस मामले की फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (फेमा) के तहत जांच कर रही है।

भावना गवली

शिवसेना सांसद अपने द्वारा चलाए जा रहे एनजीओ से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की जांच का सामना कर रही हैं। उसके करीबी सहयोगी सईद खान को पहले सितंबर 2021 में गिरफ्तार किया गया था और ईडी ने 3.5 करोड़ रुपये के कार्यालय की जगह कुर्क की थी।ईडी ने गवली और उसके सहयोगियों पर जनवरी 2020 में जालसाजी के जरिए कंपनी अधिनियम के तहत एनजीओ को कंपनी में बदलने की आपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाया।

अर्जुनराव पंडितराव खोटकर

सीएम ठाकरे के करीबी सहयोगी, शिवसेना नेता अर्जुनराव पंडितराव खोतकर महाराष्ट्र बैंक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के रडार पर हैं। एजेंसी ने महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (MSCB) में ₹ 25,000 करोड़ की अनियमितताएं पाई थीं।

खोटकर से जुड़ी चीनी फैक्ट्री, एसएसके लिमिटेड, एमएससीबी से ऋण चुकाने में विफल रही है। फर्म की स्थापना 235 एकड़ भूमि पर की गई थी और इसमें से 100 एकड़ को बिना किसी मौद्रिक प्रतिफल के अधिग्रहित कर लिया गया था।

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