स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ FIR,आरोप लगाने वाली कानून की छात्रा लापता  

देश
Updated Aug 28, 2019 | 18:42 IST | मनोज यादव

23 अगस्त को सोशल मीडिया पर जारी किए गए वीडियो में लड़की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की अपील की थी। छात्रा ने कहा था कि मैं शाहजहांपुर से हूं।

FIR against BJP leader Swami Chinmayanand, law student goes missing
फिर सवालों के घेरे में पूर्व भाजपा सांसद चिन्मयानंद।  |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • एक छात्रा ने स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ लगाया है उत्पीड़न का आरोप
  • छात्रा ने वीडियो जारी कर पीएम मोदी और सीएम योगी से मांगी है मदद
  • भाजपा के पूर्व सांसद के खिलाफ पहले भी लग चुके हैं आरोप

शाहजहांपुरः उत्तर प्रदेश पुलिस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। कानून की एक छात्रा ने स्वामी चिन्मयानंद पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उसके बाद से छात्रा लापता हो गई है। आरोप लगाने वाली छात्रा शाहजहांपुर के एसएस लॉ कालेज के छात्रावास से लापता बताई जा रही है, जिसके डायरेक्टर स्वामी चिन्मयानंद हैं। 

चिन्मयानंद ने तबाह की है कई लड़कियों की जिंदगी
एसएस लॉ कॉलेज की छात्रा ने भाजपा के पूर्व सांसद पर कई लड़कियों की जिंदगी तबाह करने का आरोप लगाया था। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक आदेश जारी किया कि छात्रा की पिता की शिकायत के आधार पर स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।

सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करके लगाया आरोप
पिछले हफ्ते लॉ कालेज की छात्रा जिसके डायरेक्टर स्वामी चिन्मयानंद हैं, ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें दावा किया गया था कि उसके पास ऐसे कई सबूत हैं जो स्वामी चिन्मयानंद को परेशानी में डाल सकते हैं। जिसकी वजह से भाजपा के वरिष्ठ नेता स्वामी चिन्मयानंद ने उसे और उसके परिवार को खत्म करने की धमकी दे रहे हैं।

पीएम मोदी और सीएम योगी से मांगी मदद
23 अगस्त को सोशल मीडिया पर जारी किए गए वीडियो में लड़की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की अपील की थी। छात्रा ने कहा था कि 'मैं शाहजहांपुर से हूं और एसएस कालेज से एलएलएम कर रही हूं। संत समाज के एक बड़े नेता, जिन्होंने कई लड़कियों की ज़िंदगी तबाह कर दी है, मेरी जिंदगी को भी उनसे खतरा है। मेरे पास उनके खिलाफ पक्के सबूत हैं। जिसके लिए मैं मोदी जी और योगी जी से अनुरोध करती हूं। कृपया मेरी मदद करें। उन्होंने मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी है।'

संत समाज का नेता दे रहा है परिवार को खत्म करने की धमकी
छात्रा ने आगे कहा कि मैं केवल यह जानती हूं कि मैं क्या कर रही हूं। मोदी जी कृपया मेरी मदद करिए। वह एक संन्यासी है और धमकी दे रहा है कि पुलिस, जिला मजिस्ट्रेट और बाकी सभी लोग उसकी तरफ हैं और उसे किसी भी तरह का कोई भी उसे नुकसान नहीं पहुंचा सकता है। मैं आप सभी से न्याय के लिए अनुरोध करती हूं। ,सोशल मीडिया पर यह वीडियो पोस्ट करने के एक दिन बाद वह 24 अगस्त से लापता है।

चिन्मयानंद के खिलाफ पहले भी लगे हैं आरोप
इसके पहले भी स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ लड़कियों की जिंदगी तबाह करने के खबरें मीडिया में आती रही हैं। लेकिन 2018 में उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ दर्ज सात साल पुराने बलात्कार और अपहरण के मुकदमे को वापस ले लिया था, जिसे उनके आश्रम में एक लड़की के साथ कथित रूप से बलात्कार करने के लिए दर्ज किया गया था।  

उत्तर प्रदेश सरकार ने केस लिया था वापस
टाइम्स ऑफ इंडिया ने 9 मार्च, 2018 को शाहजहांपुर के जिलाधिकारी के कार्यालय से जारी एक पत्र को एक्सेस किया था, जिसमें उल्लेख किया गया था कि सरकार ने स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ मुकदमा वापस लेने का फैसला किया है। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, "प्रशासन ने सीआरपीसी की धारा 321 के अनुसार मुकदमा वापस लेने का फैसला किया और सरकारी वकील से अनुरोध किया गया कि वह इस आवेदन को अदालत के समक्ष प्रस्तुत करें।"

तीन बार भाजपा सांसद रहे हैं चिन्मयानंद
जिलाधिकारी कार्यालय से जारी पत्र में सबूतों या गवाहों की कमी जैसी शिकायत को वापस लेने का कोई कारण नहीं बताया गया। यह मामला चिन्मयानंद के खिलाफ लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जिसमें आरोप लगाने वाली लड़की ने दावा किया था कि आश्रम में उसका अपहरण कर लिया गया था और बाद में जब उसने चिन्मयानंद ने खिलाफ शिकायत की तो उसे जान से मारने की धमकी दी थी। स्वामी चिन्मयानंद तीन बार के भाजपा सांसद रहे हैं और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं।

कुलदीप सिंह सेंगर पर लगा है इसी तरह का आरोप
इस तरह की बात तब सामने आ रही है, जब उन्नाव बलात्कार मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार की चारों तरफ आलोचना हो रही है। जिसमें अब भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर एक नाबालिग से बलात्कार का आरोप लगा है और विधायक जेल की सीखचों में बंद है। 

केस दर्ज करने में पुलिस करती रही आनाकानी 
भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को लेकर भी पुलिस काफी हीलाहवाली की थी और उसके खिलाफ कोई भी मामला दर्ज करने से कतरा रही थी। लेकिन बाद में मीडिया और कोर्ट के दबाव में उस पर मामला दर्ज किया गया। तब से वह जेल में है। इस दौरान लड़की की कार का एक्सीडेंट हुआ। इस संदिग्ध दुर्घटना में सेंगर पर सवाल उठे। इस केस की जांच सीबीआई कर रही है। 

(डिस्क्लेमर : मनोज यादव अतिथि लेखक हैं और ये इनके निजी विचार हैं। टाइम्स नेटवर्क इन विचारों से इत्तेफाक नहीं रखता है।)
 

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