पंजाब के पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल ने वापस किया पद्मविभूषण सम्मान, कृषि कानूनों के विरोध में लिया फैसला

देश
किशोर जोशी
Updated Dec 03, 2020 | 13:48 IST

पंजाब के पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल ने कृषि कानूनों के विरोध में लिया बड़ा फैसला लेते हुए पद्मविभूषण सम्मान लौटाने का फैसला किया है।

Former Punjab CM Parkash Singh Badal returns Padma Vibhushan in in solidarity with Farmers Protest
पंजाब: पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल ने लौटाया पद्मविभूषण सम्मान 
मुख्य बातें
  • किसानों का आंदोलन लगातार हो रहा है तेज, देशभर से मिल रहा है समर्थन
  • पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कृषि कानूनों के विरोध में अपना पद्म विभूषण सम्मान लौटाया
  • इससे पहले उनकी पार्टी शिअद ने कृषि कानूनों के विरोध में एनडीए से तोड़ा था नाता

चंडीगढ़: कृषि कानूनों के खिलाफ देश में किसानों का आंदोलन लगातार तेज हो रहा है और सरकार इस मसले का हल ढूंढने में जुटी हुई है और इसी के तहत किसान नेताओं से लागातर बातचीत हो रही है। इन सबके बीच पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के प्रमुख वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने कृषि कानूनों के विरोध में अपना पद्म विभूषण सम्मान लौटाने का फैसला किया है। इसे लेकर उन्होंने राष्ट्रपति को एक पत्र भी लिखा है।

राष्ट्रपति को भेजे अपने पत्र में प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि मैं इतना गरीब हूं कि किसानों के लिए कुर्बान करने के लिए मेरे पास कुछ और नहीं है। उन्होंने कहा कि वो आज जो भी हैं सब किसानों की बदौलत हैं ऐसे में अगर किसानों का अपमान होता है तो फिर इस सम्मान का मेरे लिए कोई फायदा नहीं है। उन्होंने कहा कि  किसानों के साथ जिस तरह का धोखा किया गया है, उससे उन्हें काफी दुख पहुंचा है।

आपको बता दें कि किसान बिल को लेकर नाराज चल रही शिरोमणि अकाली दल ने कृषि कानून पारित होने के बाद NDA के साथ अपना नाता तोड़ लिया था।  एनडीए से अलग होने से पहले किसान बिल के विरोध में अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ ही शिअद और एनडीए के साथ लगभग 22 साल पुराना रिश्ता टूट गया है।

आठवें दिन भी जारी है आंदोलन

केन्द्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन बृहस्पतिवार को आठवें दिन भी जारी है, जिसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने अपने सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए हैं और शहर में प्रवेश और निकास के लिए वैकल्पिक मार्गों से आवागमन करने का सुझाव दिया है। आंदोलनरत किसानों ने बुधवार को मांग की कि केन्द्र संसद का एक विशेष सत्र बुलाए और कृषि कानूनों को वापस ले। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने दिल्ली में अन्य मार्गों को जाम करने और ‘अतिरिक्त कदम’ उठाने की धमकी दी है।

अमित शाह से मिले थे अमरिंदर सिंह

 ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत किसान राष्ट्रीय राजधानी के अति व्यस्त सिंघू, टिकरी, नोएडा और गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। इसी के तहत पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध पर कृषक नेताओं के साथ आज केंद्र की अगले दौर की वार्ता से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। 

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