नई दिल्ली: इसी महीने की 3 तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में अटल सुरंग का उद्घाटन किया। इसके बाद से लोग घूमने के लिए लाहौल-स्पीति पहुंच रहे हैं। लेकिन इससे वहां के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, इस टनल के माध्यम से लाहौल-स्पीति जाने वाले सैलानी वहां कचरा फैला रहे हैं।
खाली पानी और शराब की बोतलों को और चिप्स के पैकेटों को लोग अपनी सुविधा के अनुसार कहीं भी फेंक दे रहे हैं। इसके साथ ही पर्यटकों द्वारा महिलाओं को छेड़ने और चोरी की भी कुछ घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं। कई जगह कूड़े के ढेर देखे गए हैं। यहां धार्मिक स्थलों में भी लंबी-लंबी भीड़ देखने को मिल रही है।
वहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि लाहौल समाज बहुत ही सौम्य है और मेहमाननवाजी के लिए जाना जाता है। हम चाहते हैं कि पर्यटक आएं लेकिन वे उपद्रव या कानूनों को नहीं तोड़ें और विशेषकर स्वच्छता से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
हालांकि इसके लिए स्थानीय प्रशासन भी आंशिक रूप से दोषी है। टनल का उद्घाटन हो गया है, लेकिन रास्ते में सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था नहीं है। न ही खुले में शौच या कूड़ा फेंकने को लेकर कोई चेतावनी दी गई है। इसलिए पर्यटक जहां चाहते हैं वहां खाली पैकेट, पानी और शराब की बोतलें फेंक देते हैं। शौचालयों की कमी से लोग जहां चाहें वहां कर रहे हैं।
लाहौल और स्पीति के लोग जिम्मेदार पर्यटक चाहते हैं। लाहौल सोसाइटी पर्यटकों को 'जिम्मेदार नागरिक' और घाटी की पारिस्थितिकी को नष्ट नहीं करने की अपील करने के लिए क्षेत्र में होर्डिंग्स लगाने की योजना बना रही है। रजनीश, सचिव (पर्यावरण) और हिमाचल प्रदेश के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा, 'स्थानीय एसडीएम को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। प्रशासन का कर्तव्य है कि वह सुनिश्चित करे कि पर्यावरण को कोई नुकसान न हो।'
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