280 मीट्रिक टन वजनी और फिर 26000 घंटे की मेहनत...अपने आप में रिकॉर्ड है बोस की यह प्रतिमा, बनेगी 'कर्तव्य पथ' की शान

देश
शिशुपाल कुमार
शिशुपाल कुमार | Principal Correspondent
Updated Sep 08, 2022 | 22:53 IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को नव-नामित कर्तव्य पथ का उद्घाटन करेंगे। इसी दौरान वो इंडिया गेट पर लगाई गई बोस की इस प्रतिमा का भी अनावरण करेंगे।

statue of netaji subhas chandra bose, Netaji statue india gate, kartavya path
इंडिया गेट पर लगेगी नेताजी की भव्य प्रतिमा  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • तेलंगाना से मंगवाया गया है यह पत्थर
  • 140 चक्कों वाले ट्रक पर लादकर दिल्ली लाया गया था पत्थर
  • इंडिया गेट पर लगाई जाएगी यह प्रतिमा

नेता जी सुभाष चंद्र बोस की एक प्रतिमा इन दिनों काफी चर्चा में है और हो भी क्यों न... यह प्रतिमा अपने आप में एक इतिहास-एक रिकॉर्ड है। इस प्रतिमा को बनाने में 26000 घंटे लगे हैं। पूरी प्रतिमा मूर्तिकारों द्वारा हाथों से निर्मित की गई है। 

तैयार किया गया था खास ट्रक

यह प्रतिमा ग्रेनाइट के पत्थर से बनाई गई है और ग्रेनाइट का पत्थर तेलंगाना से लाया गया है। जिस पत्थर से यह प्रतिमा बनी है, उसका कुल वजन 280 मीट्रिक टन था। जिसे तेलंगाना से दिल्ली लाना, अपने आप में बड़ी चुनौती थी। इस पत्थर को एक 140 चक्कों वाले ट्रक पर लादकर दिल्ली लाया गया। इस ट्रक की लंबाई 100 फीट थी। इस विशाल ग्रेनाइट पत्थर को तेलंगाना के खम्मम से 1,665 किलोमीटर की दूरी तय करके दिल्ली लाया गया था।

26000 घंटे काम

इस पत्थर को जब दिल्ली पहुंचा दिया गया तो मुर्तिकारों के सामने चुनौती थी कि इसे सही रूप रेखा में तराशा जाए। इसकी जिम्मेदारी मूर्तिकार अरुण योगीराज को दी गई। उन्हीं के नेतृत्व में मूर्तिकारों ने इस काम को अंजाम दिया। सांस्कृति मंत्रालय के अनुसार इसे तैयार करने में 26,000 घंटे लगे। 280 मीट्रिक टन वजनी पत्थर को तराश कर 65 मीट्रिक टन बना दिया गया। इस काम के लिए पुराने, पारंपरिक औजारों का सहारा लिया गया है और मूर्ति को हाथों की कला के सहारे ही तराशा गया है।

कर्तव्यपथ की शान

यह प्रतिमा उसी स्थान पर स्थापित की जा रही है, जहां बोस की होलोग्राम प्रतिमा लगी हुई है। इस होलोग्राम प्रतिमा को बोस की 125 वीं जयंती के अवसर पर पीएम मोदी ने पराक्रम दिवस (23 जनवरी) को अनावरण किया था। इस प्रतिमा को भी इंडिया गेट के पास स्थापित किया जाएगा। जिसके बाद यह प्रतिमा कर्तव्यपथ (पुराना नाम राजपथ) का आकर्षण का केंद्र बन जाएगी।

ये भी पढ़ें- ​नेताजी के जीवन के रहस्य को सुलझाना चाहती है बेटी अनिता बोस, DNA टेस्ट लिए भारत और जापान सरकार से करेगी संपर्क

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर