'काट दिए जाएं बलात्कारियों के निजी अंग'; क्या सही है महिला आयोग की सदस्य की राय?

हरियाणा राज्य महिला आयोग की सदस्य नम्रता गौड़ का कहना है कि बलात्कारियों के निजी अंगों को काट दिया जाना चाहिए, ताकि उन्हें जघन्य अपराधों को करने से रोका जा सके।

Rape
हरियाणा राज्य महिला आयोग की सदस्य नम्रता गौड़ का बयान 

नई दिल्ली: बलात्कारियों के लिए मौत की सजा को पर्याप्त नहीं बताते हुए हरियाणा स्टेट वुमेन कमीशन की एक सदस्य ने कहा है कि इस तरह के मामले के दोषियों के प्राइवेट पार्ट को काट देना चाहिए और उन्हें सार्वजनिक रूप से बेइज्जत करना चाहिए। हरियाणा राज्य महिला आयोग की सदस्य नम्रता गौड़ ने बुधवार को कहा कि बलात्कारियों के निजी अंगों को काट दिया जाना चाहिए ताकि उन्हें जघन्य अपराधों को करने से रोका जा सके।

'द इंडियन एक्सप्रेस' से फोन पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'जहां भी जांच से बलात्कार की पुष्टि होती है, वहां दोषी के निजी अंग को काट दिया जाना चाहिए। उसे और समाज को यह देखना चाहिए कि ऐसा अपराध होने पर यह परिणाम होगा।'

गौड़ एक वकील हैं जो भाजपा से जुड़ी हैं। उन्होंने बुधवार को करनाल में महिला पुलिस स्टेशन, सिविल अस्पताल, जेल और नारी निकेतन का दौरा किया। उन्होंने कहा कि वह निर्दोषों को सजा देने से रोकने के लिए बलात्कार के मामलों में उचित जांच चाहती हैं।

बलात्कारियों को कैसी सजा दी जाए? इसे लेकर देश में हमेशा बहस का माहौल रहता है। हर किसी के अपने विचार होते हैं। कई लोग इस सोच से सहमत होते हैं कि बलात्कारियों को सरेआम फांसी दी जाए या उनके निजी अंग काट दिए जाएं। वहीं कई लोग इस तरह की सजा के खिलाफ भी होते हैं। लोगों में इस तरह के जघन्य अपराध करने वाले अपराधियों के खिलाफ ज्यादा गुस्सा होता है। 

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर