देश के 17 राज्यों और UTs में फैला ओमिक्रॉन, अभी तक 114 मरीज दे चुके हैं बीमारी को मात- स्वास्थ्य मंत्रालय

देश
किशोर जोशी
Updated Dec 24, 2021 | 17:20 IST

भारत में ओमिक्रॉन के मामले बढ़ते जा रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक से देश में अब तक सबसे अधिक मामले सामने आए हैं।

देश के 17 राज्यों में फैला ओमिक्रॉन, 114 लोग हो चुके हैं ठीक
Health Ministry says 358 Omicron cases in 17 states and UTs across India 
मुख्य बातें
  • देश में लगातार बढ़ते जा रहे हैं ओमिक्रॉन के मामले, 17 राज्यों में फैला नया वैरिएंट
  • स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ओमिक्रॉन के 114 मरीजों को दी जा चुकी है अस्पताल से छुट्टी
  • ओमिक्रॉन को लेकर सरकार ने की है पूरी तैयारी- स्वास्थ्य मंत्रालय

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार जानकारी दी कि कोविड का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन अभी तक देश के 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैल चुका है। देश में ओमिक्रॉन के अभी तक 358 मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत में इन ओमिक्रॉन मामलों में से 114 मरीज ठीक हो गए हैं। भूषण ने कहा कि इस समय सबसे अधिक सक्रिय मामलों वाले शीर्ष पांच राज्य केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक हैं।

89 फीसदी वयस्क आबादी को लगी पहली डोज

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा विश्लेषण किए गए 183 ओमिक्रॉन मामलों में से 39 प्रतिशत मामले महिलाएं थीं, जबकि शेष पुरुष थे। देश में COVID-19 की स्थिति पर एक ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए राजेश भूषण ने कहा कि देश में 89 प्रतिशत वयस्क आबादी को वैक्सीन की पहली खुराक मिल चुकी है और 61 प्रतिशत योग्य आबादी को कोविड 19 टीकों की दूसरी खुराक मिली है। कोविड-19-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की आवश्यकता पर बल देते हुए, भूषण ने कहा कि प्रधानमंत्री, साथ ही स्वास्थ्य मंत्री, देश में COVID-19 और ओमिक्रॉन स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। 

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स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में 18,10,083 आइसोलेशन बेड, 4,94,314 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, 1,39,300 आईसीयू बेड, 24,057 पीडियाट्रिक आईसीयू बेड और 64,796 पीडियाट्रिक नॉन-आईसीयू बेड हैं। ओमिक्रॉन के प्रसार का मुकाबला करने के लिए बूस्टर डोज से संबंधित सवाल पर भूषण ने कहा कि सरकार का रुख स्पष्ट है कि बूस्टर डोज पर निर्णय वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर लिया जाएगा।

भारत में डेल्टा अभी भी प्रमुख संस्करण: DG-ICMR

आईसीएमआर महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि भारत में प्रमुख चिंता का विषय डेल्टा है जिसमें हाल ही में पहचाने गए क्लस्टर शामिल हैं। उन्होंने कहा, 'इसलिए, हमें COVID के उचित व्यवहार और टीकाकरण को तेज करने की समान रणनीति के साथ जारी रखने की आवश्यकता है।' राजेश भूषण ने कहा कि डेल्टा की उच्च संचरण दर से उच्च वृद्धि के मामले सामने आएंगे।

भूषण ने कहा, 'जबकि यूरोप, उत्तरी अमेरिका और अफ्रीका में सप्ताह-दर-सप्ताह कोविड मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, एशिया में अभी भी सप्ताह-दर-सप्ताह मामलों में गिरावट देखी जा रही है।'

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