नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना महामारी की स्थिति देश के पांच शहरों अहमदाबाद, सूरत, ठाणे, हैदराबाद और चेन्नई की स्थिति 'विशेष रूप से गंभीर' है। मंत्रालय ने कहा कि रिकवरी रेट बढ़कर 20.57 हो गई है और देश में अब तक कोरोना के 4,748 मरीजों को ठीक किया जा चुका है। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कुल 1684 नए केस सामने आए और इन नए केस के साथ देश में संक्रमण की संख्या 23,077 हो गई। गुरुवार को कोरोना वायरस से रिकवरी रेट 19.89 प्रतिशत था। अग्रवाल ने बताया कि पिछले 28 दिनों में 15 जिलों में कोविड-19 का कोई नया केस नहीं आया है।
देश के कई हिस्सों में हुआ लॉकडाउन का उल्लंघन
गृह मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि देश के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन उल्लंघन की घटनाएं सामने आई हैं और इससे लोगों के स्वास्थ्य को गंभीर खतरा पैदा हुआ है और इन जगहों पर कोविड-19 का संक्रमण फैल सकता है। इससे पहले आज गृह मंत्रालय ने जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए गुजरात, तेलंगाना और तमिलनाडु में चार अंतर-मंत्रालयी टीम को रवाना किया। मंत्रालय कुछ राज्यों में कोविड-19 की स्थिति का जायजा लेने के लिए पहले ही छह अंतर-मंत्रालयी टीमें गठित कर चुका है।
तमिलनाडु सरकार ने उठाया बड़ा कदम
कोविड-19 के प्रकोप को कम करने के लिए तमिलनाडु सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने अपने पांच नगर निगमों में पूरी तरह लॉकडाउन की घोषणा की। सरकार ने कहा कि चेन्नई, कोयंबटूर और मदुरई निगम 26 अप्रैल की सुबह छह बजे से 29 अप्रैल के रात नौ बजे तक पूरी तरह बंद रहेंगे जबकि सालेम एवं त्रिपुर निगम में पूरी तरह लॉकडाउन 26 अप्रैल की सुबह छह बजे से 28 अप्रैल की रात नौ बजे तक लागू रहेगा। इन इलाकों में केवल जरूरी सेवाओं के जारी रहने की अनुमति दी गई है। यहां सब्जी की दुकानें छोड़कर अन्य बाजार बंद रहेंगे।
प्रवासी मजदूरों को वापस लाएगी यूपी सरकार
इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने देश के अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को वापस लाने का फैसला किया है। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियो से इस बारे में एक ठोस रोडमैप बनाने का निर्देश दिया है। योगी सरकार इस बात का ध्यान रख रही है कि प्रवासी मजदूरों को वापस लाने में लॉकडाउन का कम से कम उल्लंघन हो। यूपी में केवल उन्हीं मजदूरों को वापस लाया जाएगा जिन्होंने क्वरंटाइन में 14 दिनों का समय पूरा किया होगा। यूपी सरकार इसके लिए संबंधित राज्यों से अपने नागरिकों को अपनी सीमा तक पहुंचाने का अनुरोध करेगी। यूपी में पहुंचने पर इन प्रवासी मजदूरों को जिले स्तर पर 14 दिनों के क्वरंटाइन में रखा जाएगा। इसके बाद उनके स्वास्थ्य की जांच होगी। टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव मिलने के बाद उन्हें जरूरी राशन किट और 1000 रुपए देने की बात कही गई है।
पीएम ने कहा-कोविड महामारी ने सबक सीखाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर के सरपंचों को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी ने हमें एक सीख दी है और वह सीख है आत्मनिर्भर बनने की। पीएम ने कहा कि ऐसे संकटों का सामना करने के लिए हमें भविष्य में खुद तैयार रहना होगा। पीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सरपंचों से कहा कि विकास का लाभ समाज के आखिरी व्यक्ति तक पहुंचने के लिए ग्रामीण संरचना को मजबूत करना जरूरी है। इस मौके पर उन्होंने ई-ग्राम स्वराज पोर्टल और स्वामित्य योजना को लॉन्च किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे ग्राम पंचायत व्यवस्था मजबूत होगी और उसकी कार्यशैली में पारदर्शिता आएगी।
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