Patra Chawl land scam case: कैसे सामने आया पात्रा चॉल भूमि घोटाला? जिसमें फंसे शिवसेना सांसद संजय राउत

Patra Chawl land scam case: पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) छापा मारा और अब उनसे पूछताछ हो रही है। आइए जानते हैं यह घोटाला है क्या और यह कैसे सामने आया।

How did the Patra Chawl land scam come to light? Shiv Sena MP Sanjay Raut trapped in
शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत 

Patra Chawl land scam case: मुंबई में शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में छापेमारी की। उनसे पूछताछ की जा रही है। उनकी पत्नी वर्षा राउत अन्य अन्य सहयोगियों के इनवोलमेट वाले ट्रांजेक्शन में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने संजय राउत को 27 जुलाई को तलब किया था। राउत ने कहा कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। साथ ही कहा कि मुझे राजनीतिक प्रतिशोध के लिए निशाना बनाया जा रहा है। आइए जानते हैं पात्रा चॉल भूमि घोटाला है क्या? जिसमें संजय राउत फंसते नजर आ रहे हैं।

  • गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन के डायरेक्टर राकेश कुमार वधावन, सारंग वधावन और प्रवीण वधावन थे। गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन एचडीआईएल की सहयोगी कंपनी या सहायक कंपनी थी।
  • एचडीआईएल एक रियल एस्टेट कंपनी थी, जिसने पीएमसी सहकारी बैंक से 6700 करोड़ रुपए का कर्ज लिया था, जिसके कारण अंततः बैंक बर्बाद हुआ। एचडीआईएल द्वारा 2700 करोड़ रुपए की लॉन्ड्रिंग की गई।
  • पात्रा चॉल सोसायटी म्हाडा (MHADA) और मेसर्स गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
  • समझौते के अनुसार इस मामले में गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को 672 किरायेदारों को फ्लैट उपलब्ध कराना था और म्हाडा के लिए फ्लैट तैयार करना था और उसके बाद शेष एरिया को डेवलपर द्वारा बेचा जाना था।
  • हालांकि, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन्स ने म्हाडा को गुमराह किया और एफएसआई को 9 डेवलपर्स को 901.79 करोड़ रुपए में बेच दिया और 672 विस्थापित किरायेदारों के लिए कोई फ्लैट नहीं बनाया।
  • इसके अलावा गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन्स ने एक प्रोजेक्ट मीडोज भी लॉन्च किया और फ्लैट खरीदारों से करीब 138 करोड़ रुपए की बुकिंग ली।
  • गलत तरीके से कुल आय 1039.79 करोड़ रुपए हुई।
  • एचडीआईएल के अकाउंट से करीब 100 करोड़ रुपए प्रवीण राउत को ट्रांसफर किए गए। प्रवीण राउत को फरवरी में गिरफ्तार किया गया था।
  • इसके बाद प्रवीण राउत ने अपने हिस्से के 100 करोड़ रुपए अपने करीबी सहयोगियों, परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों को बांट दिए।
  • 2010 में, गलत तरीके से कमाई का हिस्सा 83 लाख रुपए प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी प्रवीण राउत से संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को प्राप्त हुआ था।
  • यह कथित तौर पर माधुरी राउत द्वारा वर्षा राउत को दिया गया एक अनसेक्योर्ड कर्ज था।
  • वर्षा राउत ने इस 83 लाख रुपए का इस्तेमाल दादर में एक फ्लैट खरीदने में किया।
  • बाद में जब ईडी ने मामले की जांच शुरू की तो वर्षा राउत ने माधुरी राउत के बैंक खाते में 55 लाख रुपए ट्रांसफर किए।
  • इसके अलावा अलीबाग के खिम बीच में वर्षा और सुजीत पाटकर की पत्नी स्वप्ना पाटकर के नाम पर 8 प्लॉट खरीदे गए। सुजीत संजय राउत के करीबी सहयोगी हैं। मालिकों को नकद भुगतान किया गया।
  • अप्रैल में दादर फ्लैट और खिम बीच पर 8 प्लॉट समेत वर्षा राउत की संपत्ति और प्रवीण राउत की कुल 11.8 करोड़ रुपए की संपत्तियां कुर्क की गईं।
 

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर