नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि आईसीएमआर द्वारा किया गया दूसरा सीरो सर्वे अभी भी काफी आबादी के कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित होने की संभावना दर्शाता है। आईसीएमआर सीरो सर्वे से सामने आया है कि 10 साल और इससे अधिक आयु के 15 व्यक्तियों में से एक का अगस्त 2020 तक कोविड 19 की चपेट में आने का अनुमान है। 17 अगस्त से 22 सितंबर तक 29,082 लोगों के बीच सर्वे किया गया, 6.6 प्रतिशत में कोविड 19 के पिछले खतरे के लक्षण दिखाई दिए। इसके साथ ही इस सीरो सर्वे से सामने आया है कि शहरी मलिन बस्तियों में 15.6 प्रतिशत, गैर-मलिन बस्तियों में 8.2 प्रतिशत, ग्रामीण क्षेत्रों में 4.4 प्रतिशत की तुलना में कोरोना वायरस का प्रसार अधिक है।
मई की तुलना में अगस्त में संक्रमण के कम मामले जांच और मामलों का पता लगाने में पर्याप्त रूप से तेजी को दिखाते हैं। नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने कहा कि हमें मास्क पहनकर पूजा, छठ, दिवाली और ईद मनाने की आवश्यकता है, इसे ध्यान में रखना बहुत महत्वपूर्ण है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा, 'देश में कुल रिकवरियों की संख्या 51 लाख के पार हो गई है जो कि विश्व में सबसे अधिक है। अब तक 7 करोड़ 30 लाख से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं। पिछले सप्ताह 7 दिनों में लगभग 77 लाख 80 हजार टेस्ट हुए। भारत में प्रति दस लाख की आबादी पर कोविड-19 के 4,453 मामले हैं और मौत के 70 मामले हैं, जो दुनिया में सबसे कम हैं।
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने आगाह किया कि आईसीएमआर की सीरो सर्वेक्षण रिपोर्ट से लोगों में आत्मसंतुष्टि का भाव पैदा नहीं होना चाहिए, क्योंकि भारतीय आबादी अभी सामूहिक रोग प्रतिरोधक शक्ति (हर्ड इम्युनिटी) हासिल करने के करीब नहीं है। हर्षवर्धन ने कहा कि मई में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा किए गए पहले सीरो-सर्वेक्षण में पता चला है कि कोरोना वायरस संक्रमण का राष्ट्रव्यापी प्रसार केवल 0.73 प्रतिशत था।
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