रूस-यू्क्रेन विवाद पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया भारत का रूख, कहा- ऐसे निकलेगा समाधान

देश
रामानुज सिंह
Updated Feb 22, 2022 | 14:33 IST

रूस-यूक्रेन के बीच यूद्ध जैसे हालात को देखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत वार्ता के जरिए समाधान चाहता है और शांति स्थापित करना चाहता है।

India wants a solution through talks, Defense Minister Rajnath Singh said on Russia-Ukraine Conflict
यूक्रेन संकट पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया समाधान का तरीका 
मुख्य बातें
  • रूस ने यूक्रेन की सीमाओं पर 1,50,000 सैनिकों और युद्धक विमानों को तैनात कर दिया है।
  • दोनों देशों के बीच युद्ध की संभावना बन गई है।
  • भारत ने दोनों पक्षों से संयम बरतने का आह्वान किया है।

नई दिल्ली : रूस-यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए भारत ने चिंता व्यक्त की है और कहा कि इसे कूटनीतिक तरीके हल किया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि एवं राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने सोमवार को सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में कहा था कि हम यूक्रेन की पूर्वी सीमा पर हो रही गतिविधियों और रूसी संघ द्वारा इस संबंध में की गई घोषणा समेत पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने कहा था कि रूसी संघ के साथ लगी यूक्रेन की सीमा पर बढ़ता तनाव गंभीर चिंता का विषय है। इससे इस इलाके में शांति और सुरक्षा प्रभावित हो सकती है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यूक्रेन संकट पर आज प्रतिक्रिया दी। 

उन्होंने कहा कि भारत वार्ता के जरिए समाधान चाहता है और शांति स्थापित करना चाहता है। मुझे यकीन है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के बीच बातचीत के बाद कोई समाधान निकलेगा। भारत अंतरराष्ट्रीय शांति बनाए रखने के पक्ष में है। 

भारत ने सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान भी किया और कहा कि सभी देशों के वैध सुरक्षा हितों को ध्यान में रखते हुए और क्षेत्र में दीर्घकालीन शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए तनाव कम करना तात्कालिक प्राथमिकता है। साथ ही कहा कि जल्द से जल्द आपसी सहमति से समाधान निकालने के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज करने चाहिए। तिरुमूर्ति ने कहा कि इस संदर्भ में नई दिल्ली त्रिपक्षीय संपर्क समूह और नॉरमैंडी प्रारूप समेत अन्य प्रयासों का स्वागत करती है। उन्होंने कहा कि हमें पक्षों को अलग-अलग हितों को साधने के लिए वृहद प्रयास करने का वक्त देने की आवश्यकता है। हम सैन्य तनाव का जोखिम नहीं उठा सकते। तिरुमूर्ति ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा आवश्यक है। 20 हजार से अधिक भारतीय छात्र और नागरिक यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों में रहते और पढ़ते हैं। भारतीय नागरिकों की कुशलक्षेम हमारी प्राथमिकता है।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने यूक्रेन के दोनेत्स्क और लुहांस्क क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देने के रूस के फैसले पर सोमवार को गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि मॉस्को का फैसला यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता एवं संप्रभुत्ता का उल्लंघन है तथा संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के सिद्धांतों के विरुद्ध है।

गौर हो कि रूस ने रविवार को यूक्रेन की उत्तरी सीमाओं के पास सैन्य अभ्यास बढ़ा दिया था। उसने यूक्रेन की उत्तरी सीमा से लगे बेलारूस में करीब 30,000 सैनिकों की तैनाती की है। साथ ही यूक्रेन की सीमाओं पर 1,50,000 सैनिकों, युद्धक विमानों और अन्य साजो-सामान की तैनाती कर रखी है। हालांकि अमेरिका समेत दुनिया के कई देश युद्ध टालने के प्रयास कर रहे हैं।

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