भारतीय छात्र यूक्रेन से कुत्ते और बिल्ली भी लेकर आए, ऑपरेशन गंगा के तहत फंसे लोगों को लाया जा रहा है वापस

युद्धग्रस्त देश युक्रेन से जहां जान बचाकर छात्र और अन्य लोग अपने देश वापस जाने के लिए जद्दोजहद लगे हुए हैं। वहीं भारत के कुछ छात्र अपने साथ कुत्ते और बिल्ली भी लेकर आए।

Indian students also brought dogs and cats from Ukraine, people trapped under Operation Ganga are being brought back
ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन से हो रही है भारतीयों की वापसी 
मुख्य बातें
  • यूक्रेन में छात्रों सहित करीब 17000 भारतीय फंसे हैं
  • प्रधानमंत्री ने उन्हें वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा शुरू किया है।
  • यूक्रेन में फंसे भारतीयों के निकालने के लिए कई विमान लगातार उड़ान भर रहे हैं।

नई दिल्ली: युद्धग्रस्त देश युक्रेन में फंसे भारतीयों को उसके सीमा लगे देश हंगरी, रोमानिया, पोलैंड, स्लोवाकिया से स्वदेश लाने के लिए भारतीय वायु सेना के सी-17 विमान समेत की कई प्राइवेट एयरलाइंस भी लगातार उड़ान भर रहे हैं। गुरुवार को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से करीब 200 भारतीय नागरिकों को लेकर वायुसेना का पहला विमान हिंडन एयरबेस पहुंचा।  इसके बाद एक भारतीय वायु सेना का सी-17, यूक्रेन में फंसे 220 भारतीय नागरिकों को लेकर एक भारी-भरकम परिवहन विमान हिंडन एयरबेस पहुंचा।  फिर 183 यात्रियों को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से लेकर एक विशेष विमान मुंबई पहुंचा। अब तक करीब 4000 भारतीयों के स्वदेश लाया जा चुका है। यह सिलसिला लगातार जारी है। इस मुश्किल जहां जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भाग रहे थे वहीं कुछ भारतीय छात्र अपने साथ पालतु जानवर कुत्ते और बिल्ली को भी लेकर आए।

यूक्रेन से लौटे हिंडन एयरबेस पर एक छात्र जाहिद ने कहा कि मैं यूक्रेन से अपने दोस्त के कुत्ते को अपने साथ लाया हूं। बहुत से लोग जिनके पास कुत्ते थे, उन्होंने उन्हें यूक्रेन में छोड़ दिया, लेकिन मैं इस कुत्ते को अपने साथ वापस ले आया। 

यूक्रेन से आए एक छात्र गौतम ने भी अपने साथ अपनी पालतू बिल्ली लेकर आए। वह कीव में रहते थे। उन्होंने कहा कि यह बिल्ली पिछले 4 महीने से मेरे साथ है। यह मेरे साथ बंकर में रही और फिर हम एक साथ पोलैंड में चले गए।

यूक्रेन में छात्रों सहित करीब 17000 भारतीय फंसे हैं और प्रधानमंत्री ने उन्हें वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा शुरू किया है। नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच बुधवार और शुक्रवार के दरमियान 24 उड़ानों से रोमानिया में बुखारेस्ट और सुकीविया के रास्ते करीब 4,800 भारतीय छात्रों को निकाला जाएगा।

उधर रूस के खिलाफ लामबंद होते हुए बुधवार को संयुक्त राष्ट्र में अधिकतर देशों ने उससे यूक्रेन से बाहर निकलने की मांग की। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि 7 दिन से जारी रूसी आक्रमण में 8,70,000 से अधिक लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं, जिससे यूरोपीय महाद्वीप में शरणार्थी संकट बढ़ गया है।

 रूसी सेना ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर में बमबारी फिर शुरू कर दी है और इससे देश की राजधानी पर खतरा बढ़ गया है। रूस ने उसके प्रमुख रणनीतिक बंदरगाहों को भी घेर लिया है। रूस का कहना है कि पिछले सप्ताह शुरू हुई सैन्य कार्रवाई में अभी तक करीब उसके 500 सैनिक मारे गए हैं और करीब 1,600 जवान घायल हुए हैं। वहीं, यूक्रेन ने उसकी सेना के हताहत सैनिकों की जानकारी शेयर नहीं की। बहरहाल, यूक्रेन ने कहा कि 2000 से अधिक असैन्य नागरिक मारे गए हैं। दोनों ही देशों के दावों की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है।

यूक्रेन और रूस के राजदूत गुरुवार को दूसरी बार बेलारूस में मुलाकात करेंगे, ताकि युद्ध को रोकने का कोई उचित समाधान खोजा जा सके। हालांकि, दोनों के बीच सहमति बनने की संभावना कम ही नजर आ रही है।
 

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