केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की एक कार्यक्रम में सीट बदले जाने से जुड़ा वीडियो सामने आया है। सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर इसे कांग्रेस के योगेंद्र सिंह परिहार ने शेयर किया है। उन्होंने 37 सेकेंड की क्लिप साझा करते हुए सवाल उठाया कि क्या सिंधिया बीजेपी में इसी चीज के लिए गए थे। क्या इसको सम्मान कहते हैं?
परिहार ने वीडियो फेसबुक के साथ टि्वटर पर भी शेयर किया। ट्वीट में लिखा, "कांग्रेस के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में इसलिए गए थे कि कांग्रेस में उन्हें सम्मान नहीं मिल रहा था। अब भाजपा में 'भाई साहब' कहकर उनका इतना सम्मान है कि वह पहले से ही पीछे बैठे थे, उन्हें इशारों से उठाकर और पीछे भेज दिया जाता है! इसे सम्मान कहते हैं?"
कांग्रेस नेता ने जो वीडियो शेयर किया, उसमें सिंधिया दूसरी पंक्ति में बैठे थे। उनके आसपास कई सीनियर मंत्री बैठे थे, जबकि केंद्रीय संसदीय, कोयला और खानों से जुड़े मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी वहां किनारे खड़े थे। उन्होंने पीछे हाथ से इशारा दिखाया। हालांकि, यह साफ नहीं था कि उनका संकेत किसकी तरफ था। इस बीच, सिंधिया ठीक पीछे बैठे व्यक्ति से कुछ जिक्र कर अपनी सीट से उठ जाते हैं। बाद में जो दृश्य नजर आता है, उसमें जोशी सिंधिया की जगह पर, जबकि पीछे की कतार (तीसरी) में सिंधिया ठीक उनके पीछे कुर्सी पर दिखे।
यह पूरा मामला 18 जुलाई, 2022 का है। दरअसल, संसद भवन में इस दौरान जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे। पीएम समेत वे लोग सबसे आगे थे। वहीं, पीछे जहां से अन्य लोगों के लिए कुर्सियां लगी थीं, उनमें पहले दूसरी कतार में सिंधिया थे। संसद टीवी की ओर से जारी किए इस वीडियो में पूरा घटनाक्रम है।
कमरे में सारे लोगों के आने के बाद प्रह्लाद जोशी फर्स्ट रो में नरेंद्र सिंह तोमर के बगल वाली कुर्सी पर बैठे थे, पर बाद में उन्होंने किसी और को उस जगह बैठने के लिए कहा और खुद खड़े रहे। देखिए, उस दौरान क्या कुछ हुआ था:
टि्वटर यूजर्स करने लगे ऐसे कमेंट्स
@rahuljami018 ने कहा, "अगर आगे-पीछे बैठने में ही सम्मान मिलता है तो यह कांग्रेस की सोच है। एक पार्टी का अध्यक्ष बदल कर देखो, ट्वीट करना ही भूल जाओगे।" @JVD428 के हैंडल से कहा गया, "महाराज शतरंज खेल रहे हैं...इसीलिए पीछे चले गए अपने सेना को आगे बढ़ाने के लिए।" @VavleSumit ने कहा- यह वक्त की हेरा-फेरी है।
@TahirPatel1443 के अकाउंट से कहा गया, "यह ऊपर वाले की मार है। घुट-घुट कर जिएंगे वहां।" @vaakkaalan नाम के यूजर ने कहा, "यह साबित करता है कि बीजेपी में आपका परिवार मायने नहीं रखता है। सिर्फ देश, पार्टी और गठबंधन के लिए सहयोग अहमियत रखता है।" @Amitkum37728169 ने लिखा- और ले लो सम्मान।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।