नई दिल्ली: झारखंड के देवघर जिले में हुए रोपवे हादसे में बचाव कार्य का जिम्मा अब सेना ने ले लिया है। रविवार से फंसे 48 लोगों में से अब तक 21 लोगों को बचा लिया गया है। अभी भी 27 लोग फंसे हुए है। ये लोग बाबा बैद्यनाथ मंदिर के पास त्रिकूट पहाड़ियों में रोपवे हादसे का शिकार हुए हैं। केबिन कारों के आपस में टकरा जाने से 12 केबिन हवा में अटक गए थे। कल हुए हादसे में एक पर्यटक की मौत हो गई है। जबकि 9 लोग घायल हैं। कल 11 लोगों को बचाया गया था।
ऐसे हुए हादसा
एक अधिकारी ने बताया कि शुरूआती जांच से ऐसा लगता है कि यह घटना तकनीकी खराबी के कारण हुई, जिसके परिणामस्वरूप केबल कारों की टक्कर हुई। हालांकि हादसे के सटीक कारण का अभी पता नहीं चल पाया है।अधिकारी ने कहा कि घटना के बाद केबल कार से कूदने की कोशिश में पति-पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीम मौजूद
देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम को बचाव अभियान के लिए मौके पर तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग भी बचाव अभियान में एनडीआरएफ की मदद कर रहे हैं। उपायुक्त ने लोगों से अफवाह न फैलाने की अपील करते हुए कहा, ''स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। कुछ लोग अभी भी रोपवे में केबल कारों में फंसे हुए हैं और उन्हें बचाया जा रहा है। सभी पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है।'' इसके अलावा आईटीबीपी की टीम भी दुर्घटना स्थल पर पहुंच गई है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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