नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ के खिलाफ मामला दर्ज करने का आग्रह किया है। कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि राज्य में कोविड-19 के कारण 1 लाख से अधिक लोग मारे गए हैं। मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ इस मुद्दे पर झूठ फैलाकर देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम कर रहे हैं। वो देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं। उन्होंने कहा, 'अगर कमलनाथ के पास कोई सबूत है तो उन्हें हमारे सामने रखना चाहिए अन्यथा उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर कांग्रेस नेता साबित करते हैं कि मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के कारण 1 लाख से अधिक लोग मारे गए हैं तो वह अपना इस्तीफा दे देंगे।'
इससे पहले आज, मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने दावा किया था कि राज्य में इस साल मार्च-अप्रैल में कोविड 19 के कारण एक लाख से अधिक लोग मारे गए हैं। कमलनाथ ने श्मशान घाटों और कब्रिस्तानों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों का हवाला दिया और शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर वास्तविक मौत के आंकड़ों को छिपाने का आरोप लगाया। कमलनाथ ने दावा किया कि राज्य में इस साल मार्च-अप्रैल में कुल 1,27,503 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 1,02,002 है।
जबकि, प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा बृहस्पतिवार को जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में अब तक कोविड-19 बीमारी से मरने वालों की संख्या मात्र 7,315 है। कमलनाथ ने चुनौती देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसका खंडन करें कि इस साल मार्च-अप्रैल में 1,27,503 शव राज्य के श्मशान घाटों एवं कब्रिस्तानों में नहीं आए हैं। कमलनाथ ने मध्य प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया, 'वह मौतों का आंकड़ा छिपा रही है। मैंने मुख्यमंत्री चौहान से व्यक्तिगत रूप से कहा है कि मुझे मरने वालों के आंकड़े दो। आप कोविड-19 से मौत किसे मानते हो? आप लाशें गिन लो। इसमें एक दिन लगता है।'
'80 प्रतिशत लोग कोविड-19 से मर रहे हैं'
अपने दावे के समर्थन में उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल पहले कितने लोग मरते थे और आज कितने मर रहे हैं। इसी के औसत से पता चल जाएगा की प्रदेश में कितने लोग कोरोना से मरे हैं। कमलनाथ ने कहा, 'पिछले दो महीनों में मध्य प्रदेश के 26 जिलों में हुई मौतों के बारे में अखबारों में छपा है। बाकी (26 जिलों के) के आंकड़े मैंने निकाले हैं कि कितनी लाशें गांव, पंचायत, कस्बों एवं शहरों के श्मशान घाटों एवं कब्रिस्तानों में पहुंची हैं। मैं लाशें गिन रहा हूं। 80 प्रतिशत लोग कोविड-19 से मर रहे हैं।'
मिश्रा ने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा, 'मैं मानता हूं कि 1984 के दंगों के बाद जो सिखों की लाशें उन्होंने (कमलनाथ) गिनवाई थी, उसके बाद से उन्हें लाशें गिनने की आदत हो गई है। और उन्होंने कोरोना से मरे लाशें गिनवाई हैं तो उन्हें प्रमाण के साथ मीडिया के सामने रखना चाहिए। सिर्फ बात नहीं करना चाहिए।'
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