नई दिल्ली : सदियों पुराने अयोध्या मामले पर आखिरकार सुप्रीम कोर्ट का अंतिम फैसला आ गया है। महीनों चली बहस और सुनवाई के बाद आखिरकार सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता में पांच जजों की पीठ ने शनिवार को इस मामले में ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है। सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक अयोध्या में 2.77 एकड़ की विवादित जमीन राम रामलला को देने का फैसला किया गया है वहीं सुन्नी वक्फ बोर्ड को वैकल्पिक तौर पर 5 एकड़ जमीन देने का फैसला सुनाया है।
जिस फैसले का पूरे देशभर को इंतजार था वो घड़ी आ गई। उच्चतम न्यायालय के इस फैसले पर हर कोई अपनी-अपनी भावनाएं प्रकट कर रहा है। हर मामले पर बेबाक राय देने वाले राजनेता और कवि डॉ. कुमार विश्वास ने इस पर भी बेहद रोचक ट्वीट्स किए हैं जिसे काफी पसंद किया जा रहा है। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा- मेरे राम, मैं कुछ बोल नहीं पा रहा.. जानिए इस मुद्दे पर उन्होंने अन्य कैसी प्रतिक्रियाएं दी है-
अवधपुरी सम प्रिय नहिं सोऊ।
यह प्रसंग जानइ कोउ कोऊ।।
जन्मभूमि मम पुरी सुहावनि।
उत्तर दिसि बह सरजू पावनि।।
“गिरा अरथ जल बीचि सम कहिअत भिन्न न भिन्न।
बंदउँ सीता राम पद जिन्हहि परम प्रिय खिन्न॥”
बोलिए मर्यादा पुरुषोत्तम राम की जय
(इस जयकार के बाद “मर्यादा” शब्द को दोबारा ज़रूर दोहराइए, पालन कीजिए अन्यथा इस समय छलक उठे ख़ुशी के आँसुओं के साथ न्याय नहीं होगा )
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि केंद्र सरकार 3-4 महीने के भीतर इस पर योजना तैयार करे और ट्रस्ट का गठन करे जो इस जमीन पर मंदिर निर्माण करेगा। सुप्रीम कोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले के बाद अयोध्या की विवादित जमीन पर राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। मंदिर निर्माण की रुपरेखा तय करने के लिए ट्रस्ट स्थापना की बात कही गई।
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