'अरुण जेटली ने दिया था आश्‍वासन', जाति आधारित जनगणना की मांग के बीच बोले लालू प्रसाद

जाति आधारित जनगणना की मांग के बीच RJD प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा है कि यह देश की आबादी और उनकी आर्थिक स्थिति को समझने के लिए जरूरी है। उन्‍होंने यह भी कहा कि इस पर कभी अरुण जेटली ने उन्‍हें आश्‍वासन दिया था।

जाति आधारित जनगणना की मांग के बीच लालू को क्यों याद आए जेटली
जाति आधारित जनगणना की मांग के बीच लालू को क्यों याद आए जेटली  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • कई राजनीतिक दलों ने जाति आधारित जनगणना का समर्थन किया है
  • आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने इस पर अरुण जेटली को याद किया है
  • इस मसले पर ब‍िहार का एक प्रतिनिधिमंडल पीएम मोदी से मिल चुका है

नई दिल्ली : जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर बिहार की राजनीति गरमाई हुई है। इस मसले पर राज्‍य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद अब राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्‍यक्ष लालू प्रसाद ने इसकी पैरवी की है और कहा कि कभी दिवंगत बीजेपी नेता अरुण जेटली ने उन्‍हें इस बात को लेकर लिखित आश्‍वासन दिया था।

जाति आधारित जनगणना का समर्थन करते हुए लालू प्रसाद ने बुधवार को कहा, 'जब मैं सांसद था, जब मैंने और अन्‍य सांसदों ने लोकसभा में इस मसले (जाति आधारित जनगणना) को उठाया था। अरुण जेटली ने पूर्व में हमें लिखित आश्‍वासन दिया था और इसे लेकर हम अब भी आशावान हैं।' उन्‍होंने कहा कि देश की जनसंख्‍या और उनकी आर्थिक स्थिति को समझने का यह अच्‍छा माध्‍यम है और इसे किया जाना चाहिए।

यहां उल्‍लेखनीय है कि बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी नेता तेजस्‍वी यादव ने सोमवार को इस मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। बिहार के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने पीएम मोदी से देशभर में जाति आधारित जनगणना की उनकी मांग पर 'उचित निर्णय' लेने का अनुरोध किया था। बाद में सीएम नीतीश ने यह भी कहा कि इस मसले पर बिहार और पूरे देश की राय एक जैसी मालूम पड़ती है।

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