नई दिल्ली: लखीमपुर हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी के बुलाए बंद के दौरान जनता जमकर परेशान हो रही है। मुंबई, ठाणे, अहमदनगर से लेकर औरंगाबाद, पुणे समेत कई जगहों पर बंद के दौरान मारपीट और जबरन बंद कराने की तस्वीरें सामने आईं। लेकिन इस बंद कि खास बात ये है कि महाराष्ट्र में अपनी ही सरकार में ये बंद बुलाया गया है, जिसका खमियाजा उन्हीं को हो रहा है जिसने इस सरकार को वोट देकर जिताया। महाराष्ट्र बंद से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
महाअघाड़ी के बंद के दौरान कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी भी देखने को मिली है। पुलिस की मौजूदगी में प्रदर्शनकारियों ने मारपीट की है। एक युवक की बेरहमी से लात-घूंसों से पिटाई का मामला सामने आया है। मुंबई से सटे ठाणे में भी बंद के दौरान NCP कार्यकर्ताओं का हंगामा देखने को मिला है। ठाणे में NCP कार्यकर्ताओं ने ऑटोवाले की पिटाई कर दी।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार, जिन पर कानून-व्यवस्था चलाने की जिम्मेदारी है, वे बंद के लिए कैबिनेट बैठक में निर्णय लेते हैं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट और बॉम्बे हाई कोर्ट ने ऐसे बंदों पर प्रतिबंध लगा दिया था और शिवसेना पर जुर्माना लगाया था। हम मांग करते हैं कि हाई कोर्ट इसका संज्ञान ले।
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि महाविकास अघाड़ी ने बंद का एलान किया था। हमारी मांग और आवाज पर जनता ने समर्थन दिया है। कई जगह यह बंद शांतिपूर्वक देखा गया है। कुछ जगहों पर पत्थरबाजी के मामले भी सामने आए हैं, जो ठीक नहीं है। लोग इस तरह की हरकतें न करें।
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