शरद पवार से मिलीं ममता बनर्जी, एनसीपी चीफ ने बताई- क्या हुई बात

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने मुंबई में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। क्या बात हुई उन्होंने मीडिया से शेयर किया।

Mamata Banerjee met Sharad Pawar, NCP chief told what talks
ममता बनर्जी और शरद पवार में मुलाकात  |  तस्वीर साभार: ANI

मुंबई: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने आज (01 दिसंबर) मुंबई में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। मुलाकात के बाद एनसीपी चीफ ने कहा कि संजय राउत और आदित्य ठाकरे ने उनसे मुलाकात की। आज, मेरे साथियों और मैंने उनसे लंबी बातचीत की। उनका इरादा है, आज की स्थिति में समान विचारधारा वाली ताकतों को राष्ट्रीय स्तर पर एक साथ आना होगा और सामूहिक नेतृत्व स्थापित करना होगा।

उन्होंने कहा कि हमें नेतृत्व के लिए एक मजबूत विकल्प प्रदान करना होगा। हमारी सोच आज के लिए नहीं, चुनाव के लिए है। इसे स्थापित करना होगा और इसी मंशा के साथ उन्होंने दौरा किया है और हम सभी के साथ बहुत सकारात्मक चर्चा की है। मुंबई में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि अब कोई यूपीए नहीं है। ममता बनर्जी शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेताओं से मिलने मुंबई की तीन दिवसीय यात्रा पर आई हैं।

इससे पहले मुंबई में सिविल सोसायटी के लोगों के साथ मुलाकात में ममता बनर्जी ने कहा कि अगर सभी क्षेत्रीय पार्टियां साथ आ गईं तो बीजेपी को हराना आसान होगा। उन्होंने कहा कि हम कहना चाहते हैं, भाजपा हटाओ, देश बचाओ। बनर्जी ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं नहीं चाहती कि मेरा विपक्ष अपनी रणनीति बनाए। इसलिए, मैं ज्यादा कुछ नहीं बता रही हूं। उन्होंने कहा कि विपक्ष को दिशा दिखाने के लिए सिविल सोसायटी के प्रतिष्ठित लोगों की एक सलाहकार समिति गठित करने की सलाह उन्होंने कांग्रेस को दी थी, लेकिन यह योजना परवान नहीं चढ़ी।

ममता ने कहा कि बीजेपी सुरक्षित नहीं है और देश को सुरक्षित रखने की जरुरत है। उन्होंने दावा किया कि अपने कार्यकर्ताओं पर विश्वास रखें। तीनों कृषि कानून (केन्द्र सरकार द्वारा) वापस लिए गए और संसद में चर्चा की अनुमति नहीं दी गई, क्यों? क्योंकि वे डरे हुए हैं कि (कृषि कानून) निरस्त करने का फैसला उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने दावा किया कि गैरकानूनी गतिविधियां निषेध कानून (यूएपीए) का देश में दुरुपयोग हो रहा है। उन्होंने कहा कि यूएपीए आंतरिक सुरक्षा और बाहरी खतरों से रक्षा के लिए है। यह आम लोगों के लिए नहीं है। यूएपीए का बुरी तरह दुरुपयोग हो रहा है। इनकम टैक्स विभाग, सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का भी दुरुपयोग हो रहा है।

ममता ने कहा कि डरने की कोई जरूरत नहीं है और वह अपने अंतिम सांस तक लड़ेंगी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सभी सार्वजनिक उपक्रमों को बेचे जाने के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि और रोजगार सृजन होना चाहिए। हमें लगता है कि सार्वजनिक और निजी क्षेत्र को साथ-साथ चलना चाहिए, लेकिन रोजगार और गरीबों पर कुप्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि तृणमूल बिना किसी भेदभाव के समाज के सभी तबकों के लिए काम करेगी, लेकिन गरीबों पर ज्यादा ध्यान देगी।

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