ईसाई बने कई सिख परिवारों की हुई घर वापसी, बोले- डराकर, बहला फुसलाकर कराया गया था धर्म परिवर्तन

ईसाई धर्म स्वीकार करने वाले कई सिख परिवार फिर से सिख धर्म में वापस आ गए हैं। उन्हें बहला फुसलाकर डराकर ईसाई धर्म स्वीकार कराया गया था। छेहरट्टा के गुरुद्वारा साहिब में सिख प्रचारक बलविंदर झबाल ने सभी की वापसी करवाई।

Many Sikh families who became Christians returned home, said The conversion was done by intimidation, seduction
ईसाई बने कई सिख परिवारों की हुई घर वापसी 

धर्म परिवर्तन कर ईसाई बन चुके कई सिख परिवार फिर से सिख धर्म में वापस आ गए हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें डराकर ईसाई धर्म स्वीकार करवाया गया। सिख प्रचारक बलविंदर झबाल ने सभी सिख धर्म में वापसी करवाई। अब सरहदी गांव के कई परिवार ईसाई धर्म छोड़कर सिख धर्म में वापस आ गए। एक परिवार के युवक ने बताया कि उसे हर रविवार को चर्च आने के लिए कहा जाता था की उसको किसी की छाया है अगर वह लगातार चर्च आएगा तो ठीक हो जाएगा। बताया कि ईसाई धर्म स्वीकार करने के लिए इस तरह डराया जाता है। प्रचारक ने बताया कि परिवार वापिस सिख धर्म में आए है, इनको बहका कर ईसाई धर्म में शामिल कराया गया था।

इस परिवार के बच्चे को सांस की बीमारी थी लेकिन वह बचा ठीक न हुआ तो परिवार ने वाहेगुरु के समक्ष अरदास की और अखंड पाठ साहिब करा कर बच्चे का इलाज कराया और बच्चा अब स्वस्थ्य है। और परिवार भी आज सिख धर्म में वापिस आए हैं। एसजीपीसी ने युवा प्रचारक रखे है जो सरहदी गांवों में घर-घर जा कर प्रचार करेंगे। अभी कल ही काफी संख्या में संगत ने अमृतपान किया है।

वहीं सिख धर्म में वापिस आने वाले अजय सिंह ने बताया कि उनको विश्वास दिलाया गया था की वह स्वस्थ हो जाएगा। लेकिन ठीक नहीं हुए। मनजीत कौर ने बताया कि मेरा बेटा ठीक नहीं था और हमें ईसाई धर्म के लोगों द्वारा कहा गया कि आपका बेटा ठीक हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ और अब वह सिख धर्म में वापिस आ गए है।
 

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