Coronil: आयुष मंत्रालय ने पतंजलि से कहा- मत करो कोरोना की दवा का प्रचार, मांगी जानकारी

देश
लव रघुवंशी
Updated Jun 23, 2020 | 19:14 IST

Coronil Patanjali: योग गुरु स्वामी रामदेव की पतंजलि ने कोरोना वायरस की दवा 'कोरोनिल' को बाजार में उतारा और दावा किया कि इससे कोविड 19 का इलाज संभव है। हालांकि अब आयुष मंत्रालय ने इससे जुड़ी जानकारी मांगी है।

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पतंजलि ने किया कोरोना के इलाज का दावा 
मुख्य बातें
  • योगी गुरु बाबा रामदेव लाए कोरोना के इलाज के लिए दवाई
  • पतंजलि ने 'कोरोनिल' नाम की दवा को लॉन्च कर दिया
  • आयुष मंत्रालय ने इससे जुड़ी जानकारियां मांगी हैं और इसके प्रचार पर रोक लगाने को कहा है

नई दिल्ली: योग गुरु रामदेव ने कोरोना वायरस के इलाज का दावा किया है। उन्होंने 'कोरोनिल' नाम की दवा को बाजार में उतारा और कहा है कि आयुर्वेद पद्धति से जड़ी-बूटियों के गहन अध्ययन और अनुसंधान के बाद बनी यह दवा कोविड 10 के मरीजों को शत प्रतिशत फायदा पहुंचा रही है। हालांकि अब आयुष मंत्रालय ने पतंजलि को आदेश दिए कि इस कोविड दवा का तब तक प्रचार नहीं करे जब तक कि इस मुद्दे की विधिवत जांच नहीं हो जाती। पतंजलि से कहा गया है कि वह जल्द से जल्द उस दवा का नाम और उसके घटक बताए जिसका दावा कोविड उपचार के लिए किया जा रहा है। वह नमूने का आकार, स्थान, अस्पताल जहां अध्ययन किया गया और आचार समिति की मंजूरी के बारे में विस्तृत जानकारी दे। 

दरअसल आयुष मंत्रालय ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड द्वारा कोविड 19 के उपचार के लिए बनाई गई आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लिया है। कंपनी को दवाओं का विवरण प्रदान करने और इस तरह के दावों को प्रचारित करने से रोकने के लिए कहा गया है। मंत्रालय ने कहा कि पतंजलि की कथित दवा, औषधि एवं चमत्कारिक उपचार (आपत्तिजनक विज्ञापन) कानून, 1954 के तहत विनियमित है। 

दवा को लॉन्च करते हुए दावा किया गया कि 100 मरीजों पर नियंत्रित क्लिनिकल ट्रायल किया गया जिसमें तीन दिन के अंदर 69 प्रतिशत और चार दिन के अंदर शत प्रतिशत मरीज ठीक हो गए और उनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई। रामदेव ने कहा कि हम 'कोरोनिल' को पतंजलि योगपीठ से पूरे विश्व के लिए लॉन्च कर रहे हैं और पूरे आयुर्वेद जगत के लिए यह बहुत ही गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि आगामी सोमवार तक वह एक ऐप जारी करेंगे जिससे लोगों को घर बैठे-बैठे कोरोना की तीनों दवाइयां मिल जाया करेंगी।

रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि इस दवा के अनुसंधान में पतंजलि और जयपुर के राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के चिकित्सकों ने संयुक्त रूप से परीक्षण और क्लीनिक ट्रायल किया। साथ ही बताया कि अनुसंधान का कार्य अभी जारी रहेगा। 

कोरोना से मुक्ति के लिए हमारा उपहार: पतंजलि

पतंजिल आयुर्वेद ने ट्वीट कर बताया, 'ये औषधियां रेस्पेरेटरी सिस्टम, इम्यून सिस्टम से लेकर पूरे शरीर की ऊर्जा को संतुलित करती हैं एवं रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं। अश्वगंधा, गिलोय और तुलसी की मात्रा बताई डॉक्टर ने उसी के एक्टिव कंपाउंड को लेकर हमने यह कोरोनिल नाम की आयुर्वेदिक औषधि इस संसार को कोरोना मुक्ति के लिए एक उपहार के रूप में दी है। दवा के मुख्य घटक अश्वगंधा, गिलोय, तुलसी, श्वसारि रस और अणु तेल होंगे। इनका मिश्रण और अनुपात शोध के अनुसार तय किया गया है, जिससे ये कोरोना वायरस के प्रभाव को पुख्ता तरीके से खत्म कर देता है।'

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