Rain in Delhi: दक्षिण-पश्चिम मानसून अपनी सामान्य तिथि 27 जून के आसपास दिल्ली पहुंचेगा और बारिश की कमी की भरपाई जून के अंत तक हो जाने की संभावना है। मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी।पिछले तीन दिन में हुई मानसून-पूर्व वर्षा ने दिल्ली में बारिश की कमी को 34 प्रतिशत तक कम कर दिया है और अधिकतम तापमान गिरकर लगभग 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
सफदरजंग वेधशाला में रविवार को अधिकतम तापमान 30.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था, जो 17 जून 2013 के बाद से इस महीने का अब तक का सबसे कम तापमान है।शहर में एक जून के बाद से 23.8 मिमी बारिश हुई है, जबकि इस अवधि में सामान्य तौर पर 36.3 मिमी बारिश होती है। यह बारिश पिछले चार दिन में हुई है।
स्काईमेट वेदर के अध्यक्ष (मौसम विज्ञान) जी. पी. शर्मा ने बताया कि अगले दो से तीन दिन में पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा और उससे सटे बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र बनेगा, जो सिंधु-गंगा के मैदानी इलाकों में हवा की प्रणाली में बदलाव लाएगा।
उन्होंने कहा, 'ये चक्रवाती हवाएं सामान्य पूर्वी प्रवाह की शुरुआत करेंगी जो पश्चिमोत्तर भारत में मानसून के आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण है। दिल्ली में यदि ठीक 27 जून नहीं, तो सामान्य तिथि के आसपास मानसून की पहली बारिश होगी।'
भारत मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर. के. जेनामणि ने कहा कि मानसून सामान्य रूप से आगे बढ़ रहा है और ऐसी किसी प्रणाली का पूर्वानुमान नहीं है जो अभी इसकी प्रगति को रोक सके।आईएमडी ने बताया कि मानसून मध्य प्रदेश के अधिकतर हिस्सों, पूरे ओडिशा और गांगेय पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के अधिकांश हिस्सों और दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों की ओर बढ़ गया है।
इसने बृहस्पतिवार को बताया था कि मानसून के 23 जून से 29 जून के बीच पश्चिमोत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में पहुंचने की संभावना है। आईएमडी ने पिछले साल भविष्यवाणी की थी कि मानसून अपनी सामान्य तिथि से लगभग दो सप्ताह पहले दिल्ली पहुंच जाएगा। बहरहाल, यह 19 वर्षों में सबसे अधिक देरी के साथ 13 जुलाई को राजधानी पहुंचा था।
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