पश्चिम बंगाल की सियासी पिच पर गुगली से अधिक बाउंसर गेंदबाजी, सियासी जमीन बनाने और बचाने की कवायद

देश
ललित राय
Updated Jan 05, 2021 | 07:06 IST

पश्चिम बंगाल की राजनीतिक पिच पर इस समय गुगली से अधिक बाउंसर गेंदबाजी की जा रही है। सियासी बयानों के जरिए कोई अपनी जमीन बना रहा है तो कोई अपनी पकड़ को और मजबूत बना रहा है।

पश्चिम बंगाल की सियासी पिच पर गुगली से अधिक बाउंसर गेंदबाजी, सियासी जमीन बनाने और बचाने की कवायद
पश्चिम बंगाल की राजनीति में नेताओं की जुबां और हुई तीखी 
मुख्य बातें
  • पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के बीच सियासी जंग तेज
  • सोमवार को कैलाश विजवर्गीय के रोड शो के दौरान उनकी कार पर फेंका गया जूता
  • जनवरी के अंत में गृहमंत्री अमित शाह बंगाल का करने वाले हैं दौरा

कोलकाता। सियासी पिच पर वैसे तो आमतौर पर बाउंसर गेंदबाजी कम ही की जाती है। लेकिन बंगाल की सियासी पिच पर नेता गुगली से अधिक बाउंसर गेंदबाजी का इस्तेमाल कर रहे हैं। राज्य में चुनाव इस वर्ष होने हैं उससे पहले बीजेपी और टीएमसी के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। सोमवार को बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने रोडशो किया था और उस दौरान उनकी कार पर किसी ने जूता उछाल दिया। इसके साथ ही वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर की टिप्पणी भी दिलचस्प है। 

अनुराग ठाकुर की तीखी टिप्पणी
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोलकाता पहुंचने पर मुझसे पूछा गया कि 'बंगाल में कोई बाहरी व्यक्ति क्या करेगा?' यह टैगोर, विवेकानंद, बोस की भूमि है जो राष्ट्र से संबंधित हैं। सत्ता में केवल वे ही बंगाल को निर्जन करने की बात कर रहे हैं। हम इस सोच को बंगाल में विकसित नहीं होने देंगे। 

ममता बनर्जी कर रही हैं घेरेबंदी
इससे पहले सोमवार को रोडशो के दौरान कैलाश विजयवर्गीय के रोड शो में जूता फेंका गया था। इस तरह के कृत्य पर बीजेपी ने तीखी आलोचना करते हुए कहा था कि ममता बनर्जी की बौखलाहट साफ दिखाई दे रही है। यहां गौर करने लायक है कि जब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा बंगाल दौरे पर थे तो उस वक्त टीएमसी चीफ ने उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। इसके अलावा वो बंगाल की जनता से बार पूछती हैं कि टैगौर की धरती पर बाहरी लोगों को क्या काम है। एक तरह से वो बीजेपी के नेताओं को जो बंगाल से नहीं हैं उन्हें बाहरी बताती है। 


बीजेपी की भी तरफ से पलटवार

ममता बनर्जी की तरफ से जब इस तरह की बयानबाजी की जाती है तो बीजेपी की तरफ से भी तल्ख टिप्पणी की जाती है। बीजेपी नेता कहते हैं कि मां, माटी और मानूष की बात करने वाली ममता जी इस तरह के बयानों के जरिए अपनी हार को छिपाने की कोशिश करती हैं। उन्हें इस बात का यकीन नहीं रहा होगा कि 2019 के आम चुनाव में बीजेपी इतना बेहतर प्रदर्शन करेगी। उनकी तुष्टीकरण की राजनीति खतरे में पड़ चुकी है और उसे बचाने के लिए वो कभी अनर्गल बयानबाजी तो कभी देश को तोड़ने वाले बयान से भी गुरेज नहीं करती हैं।  

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