Udaipur Kanhaiya lal Murder: उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की जिस तरह तालिबानी तरीके से बेहद क्रूरता के साथ हत्या की गई है, उसने पूरे देश को हिला दिया है। भले ही आरोपी रियाज और गोस मोहम्मद को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन जिस तरह से आरोपियों ने हत्या के बाद वीडियो बनाकर अपनी क्रूरता का बखान किया और मृतक कन्हैया लाल की जान बचाने की गुहार को नजर अंदाज किया गया, उससे राजस्थान पुलिस पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। और यह सवाल इसलिए भी बेहद अहम हो जाते हैं कि राज्य अभी पिछले महीने 2 मई को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह नगर जोधपुर में परशुराम जयंती के मौके पर सांप्रदायिक हिंसा का सामना कर चुका है।
कन्हैया लाल ने जान बचाने की लगाई थी गुहार
न्यूज एजेंसी के मुताबिक कन्हैया लाल को सोशल मीडिया पर कुछ टिप्पणियां करने के मामले में स्थानीय पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया था। जमानत मिलने के बाद, कन्हैया लाल ने 15 जून को पुलिस को बताया था कि उन्हें धमकी भरे फोन आ रहे हैं। और जब कन्हैया लाल की हत्या हो गई है तो एएसआई भंवर लाल को शिकायत के समय लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। इस बीच पुलिस ने दावा किया है कि कन्हैयालाल की शिकायत के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों का समझौता करा दिया था।
कन्हैया लाल का मामला राजस्थान में धार्मिक उन्माद का कोई अकेला मामला नहीं है। पिछले दो महीने में राजस्थान के जोधपुर, करौली जैसे शहर इसका शिकार हो चुके हैं। राज्य में पिछले 4 साल में 40 से ज्यादा सांप्रदायिक दंगे हो गए हैं। वहीं अगर दंगों की बात की जाय तो 1100 से ज्यादा मामले सामने चुके हैं।
राजस्थान | 2018 | 2019 | 2020 | |||
घटनाएं | पीड़ित | घटनाएं | पीड़ित | घटनाएं | पीड़ित | |
सांप्रदायिक हिंसा | 18 | 22 | 18 | 18 | 3 | 3 |
दंगे | 392 | 453 | 392 | 416 | 342 | 349 |
Source: NCRB
कन्हैया लाल की हत्या में दावत- ए- इस्लामी कनेक्शन !
जिस तरह आरोपियों ने वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी दी है, और अपने गुनाह को कबूला है, उसे देखते हुए इसमें आतंकवादी साजिश का भी शक जताया जा रहा है। इसलिए अब पूरे मामले की भी एनआईए भी जांच करेगी। ऐसा बताया जा रहा है कि जिन दो आरोपियों ने रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने हत्याकांड को अंजाम दिया है उनका संबंध पाकिस्तान के दावत-ए- इस्लामी संगठन से हो सकता है । और उनके इशारे पर ही इस क्रूर हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी आतंकी साजिश का शक जताया है।
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हत्या का तरीका बड़े खतरे का संकेत
आरोपियों ने जिस तरह दर्जी कन्हैया लाल की हत्या को अंजाम दिया, वह बड़े खतरे का संकेत दे रहा है। आरोपियों ने न केवल हत्या करने का पूरा वीडियो बनाया, बल्कि बाद में अपने गुनाह को भी वीडियो के जरिए कुबूल किया। साफ है कि वह ऐसा कर दहशत फैलाना चाह रहे थे। इसीलिए जांच एजेंसियों को बड़ी साजिश का भी अंदेशा सता रहा है।
हाल ही में हुए कुछ प्रमुख सांप्रदायिक दंगे
बिहार में सबसे ज्यादा सांप्रदायिक हिंसा
NCRB के आंकड़ों को देखा जाय तो देश में 2018-2020 के दौरान सबसे ज्यादा सांप्रदायिक हिंसा के मामले बिहार में सामने आए हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश में भी बड़ी संख्या में साम्प्रदायिक हिंसा के मामले आए हैं।
राज्य | 2018 | 2019 | 2020 | |||
घटनाएं | पीड़ित | घटनाएं | पीड़ित | घटनाएं | पीड़ित | |
राजस्थान | 18 | 22 | 18 | 18 | 3 | 3 |
बिहार | 167 | 339 | 207 | 416 | 117 | 225 |
महाराष्ट्र | 94 | 143 | 47 | 63 | 26 | 43 |
हरियाणा | 45 | 45 | 50 | 50 | 51 | 51 |
मध्य प्रदेश | 42 | 65 | 32 | 37 | 12 | 23 |
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