LK Advani on Ayodhya verdict: अयोध्या पर फैसले से मेरी बातों की पुष्टि हुई, धन्य महसूस कर रहा हूं- आडवाणी

देश
Updated Nov 09, 2019 | 20:26 IST | रामानुज सिंह

अयोध्या रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद लालकृष्ण आडवाणी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मेरी कामना पूर्ण हुई।

LK Advani on Ayodhya verdict
LK Advani on Ayodhya verdict  |  तस्वीर साभार: ANI

नई दिल्ली : अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद बीजेपी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मेरी बातों की पुष्टि हुई, अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए मार्ग प्रशस्त होने से बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं। मैं अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट की पांच-सदस्यीय संविधान पीठ द्वारा दिए गए ऐतिहासिक फैसले का स्वागत करने के लिए देशवासियों के साथ हूं।

आडवाणीने कहा कि यह क्षण मेरी कामना पूर्ण होने का है, ईश्वर ने मुझे विशाल आंदोलन में योगदान देने का अवसर दिया जो भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के बाद सबसे बड़ा आंदोलन था। जो आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि मैं अपने रुख पर कायम हूं और खुद को धन्य महसूस कर रहा हूं कि सुप्रीम कोर्ट ने एकमत से अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर बनाने का रास्ता साफ किया। आडवाणी ने कहा कि लंबे समय से अयोध्या में चल रहे मंदिर-मस्जिद विवाद का अंत हो गया और समय आ गया है कि विवाद एवं कटुता को पीछे छोड़कर सांप्रदायिक एकता और सहमति को गले लगाया जाए।

गौर हो कि बीजेपी के सीनियर नेता आडवाणी 90 के दशक में इस आंदोलन का राजनीतिक चेहरा बने जिन्होंने इस आंदोलन को परवान चढाया। आडवाणी की अध्यक्षता में बीजेपी ने 1989 लोकसभा चुनाव में इसे घोषणा पत्र में शामिल किया। हिंदू राष्ट्रवाद के जरिए चुनावी समर्थन जुटाने की कवायद में उन्होंने 90 के दशक की शुरुआत में राम रथयात्रा निकाली। उसके बाद से यह बीजेपी का ट्रंपकार्ड बन गया। गौर हो कि लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी 1992 में विवादित ढांचे के विध्वंस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।

रामजन्म भूमि आंदोलन से जुड़े अहम हिंदू नेताओं ने इस आंदोलन में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के दिवंगत नेता अशोक सिंघल और बीजेपी के सीनियर नेता लाल कृष्ण आडवाणी के योगदान को सराहा। आंदोलन से जुड़े रहे बीजेपी के सीनियर नेता मुरली मनोहर जोशी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इसका सभी समुदायों को खुले मन से स्वागत करना चाहिए।

बीजेपी नेता उमा भारती ने बताया कि फैसले के बाद वह आडवाणी से मिलीं और उनका चरण स्पर्श किया। उन्होंने आंदोलन को गति देने के लिए विहिप के दिवंगत नेता सिंघल की भी प्रशंसा की। उमा भारती ने पत्रकारों से कहा कि आडवाणी ने इसे एक धार्मिक मुद्दे से बदलकर राष्ट्रवाद से जोड़ दिया और दिखाया कि यह देश में बदलाव ला सकता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाली उमा भारती ने कहा कि मंदिर निर्माण के प्रति आडवाणी का समर्पण बीजेपी की सफलता के मूल में है और इसने पार्टी की सत्ता में वापसी सुनश्चित की है।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने शनिवार (9 नवंबर 2019) को सर्वसम्मति के फैसले में अयोध्या में 2.77 एकड़ विवादित भूमि पर राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ करते हुए केंद्र को निर्देश दिया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद निर्माण के लिए किसी वैकल्पिक लेकिन प्रमुख स्थान पर 5 एकड़ भूखंड आबंटित किया जाए।

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर