'भोले युवाओं को निशाना बना रहा इस्‍लामिक स्‍टेट', NIA ने जारी किया अलर्ट, बताया- IS अपना रहा कैसे पैंतरे

राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी ने 37 आतंकी हमलों, साजिश व फंडिंग की जांच के आधार पर चेताया है कि इस्‍लामिक स्‍टेट देश में 'भोले-भाले' युवाओं को निशाना बना रहा है। NIA ने इसके लिए हॉटलाइन भी जारी किया है।

'भोले युवाओं को निशाना बना रहा इस्‍लामिक स्‍टेट', NIA ने जारी किया अलर्ट, बताया- IS अपना रहा कैसे पैंतरे
'भोले युवाओं को निशाना बना रहा इस्‍लामिक स्‍टेट', NIA ने जारी किया अलर्ट, बताया- IS अपना रहा कैसे पैंतरे  |  तस्वीर साभार: PTI
मुख्य बातें
  • NIA ने चेताया है कि IS भारत में पांव पसारने की कोशिश कर रहा है
  • इसके लिए वह 'भोले-भाले' युवाओं को निशाना बना रहा है
  • जांच एजेंसी ने लोगों के लिए एक हॉटलाइन भी जारी किया है

नई दिल्ली : वैश्विक आतंकी समूह इस्‍लामिक स्‍टेट किस तरह भारत में भी पांव पसारने की कोशिश में जुटा है, इसकी कई रिपोर्ट सामने आ चुकी है। अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने भी चेताया है कि इस्लामिक स्टेट (IS) भारत में सोशल मीडिया और अन्‍य ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म्‍स के जरिये अपना जाल फैलाने की कोशिश कर रहा है। जांच एजेंसी का कहना है कि इस्‍लामिक स्‍टेट 'भोले' युवाओं को निशाना बना रहा है और उनसे संपर्क साध रहा है।

'भोले-भाले युवाओं को बनाते हैं निशाना'

जांच एजेंसी ने ऐसे मामलों की जानकारी देने के लिए एक हॉटलाइन भी जारी किया है और कहा कि इस्‍लामिक स्‍टेट 'भोले-भाले व मासूम' किशोरों व युवाओं को निशाना बना रहा है। इसके लिए वे एन्क्रिप्टेड सोशल मीडिया हैंडल्स का इस्‍तेमाल करते हैं। वे ऐसे लोगों को निशाना बनाते हैं, जिनके शुरुआती रूझानों से उन्‍हें पता चलता है कि इन्‍हें झांसे में लिया जा सकता है। इन सबके लिए IS मॉड्यूल को विदेशी हैंडलर्स की ओर से लगातार निर्देश मिलते रहते हैं।

NIA ने अब तक आतंकी हमलों, आतंकी साजिश और आतंकी फंडिंग के 37 ऐसे मामलों की जांच की है, जो इस्‍लामिक स्‍टेट की सोच से प्रभावित रहा है। इनमें सबसे ताजा मामला जून 2021 का है। NIA के मुताबिक अब तक कुल 168 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सुनवाई के बाद इनमें से 27 लोगों को दोषी ठहराया गया है। NIA ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा है कि भोले-भाले लोगों को निशाना बनाने वालों में सीमा पार के हैंडलर्स भी शामिल हैं।

NIA ने जारी किया हॉटलाइन

जांच एजेंसी के मुताबिक, व्यक्ति के भोलेपन के आधार पर हैंडलर्स ऑनलाइन सामग्री अपलोड करने, स्थानीय भाषा में IS की विचारधारा के अनुवाद, साजिश, मॉड्यूल की तैयारी, हथियारों और गोला-बारूद के संग्रह, IED की तैयारी, आतंकी फंडिंग और यहां तक ​​​​कि हमलों के लिए व्यक्ति का इस्‍तेमाल करते हैं। NIA ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्‍हें ऐसी किसी भी गतिविधि के बारे में पता चलता है तो वे इस बारे में उसे सूचित करें।

इसमें कहा गया है कि अगर किसी को भी ऐसी गतिविधि के बारे में पता चलता है या सोशल मीडिया के जरिये युवाओं को कट्टर बनाने वाली सोच की तरफ ले जाने के बारे में मालूम होता है तो वे जांच एजेंसी के पास शिकायत जरूर दर्ज कराएं। NIA ने इसके लिए एक हॉटलाइन नंबर भी जारी किया है। एनआईए की ओर से कहा गया है कि अगर इंटरनेट पर ऐसी कोई गतिविधि दिखती है तो अधिकारी इस पर संज्ञान लें। जांच एजेंसी से 011-24368800 पर संपर्क किया जा सकता है।

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