अब रेलवे क्रॉसिंग पर नहीं होगा एक्सीडेंट! भारतीय रेलवे कर रहा है ये काम

रेल मंत्रालय ने बताया कि भारतीय रेलवे ने रेलवे क्रॉसिंग पर हादसे को रोकने के लिए मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग को खत्म करने का काम तेज कर दिया है। यह काम मिशन मोड में किया जा रहा है।

Now there will be no accident at railway crossing! Indian Railways is removing unmanned railway crossings
मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग हटा रहा भारतीय रेलवे 

नई दिल्ली: मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर अक्सर हादसे होते रहते थे। रेलवे कॉसिंग पार करते समय बिना फाटक वाले क्रॉसिंग पर बस, ट्रक और अन्य वाहनों की टक्कर ट्रेन से हो जाया करती थी। सरकार ने इस ओर ध्यान दिया है। मानव रहित क्रॉसिंग को समाप्त करने का काम तेज कर दिया। रेल मंत्रालय ने मंगलवार (20 सितंबर) को कहा कि भारतीय रेलवे ब्रॉड गेज नेटवर्क पर सभी मानव रहित क्रॉसिंग को हटा दिया गया है। रेलवे ने कहा कि नेटवर्क पर क्रॉसिंग को खत्म करने का कार्य मिशन मोड में किया जा रहा है। रेल मंत्रालय के मुताबिक मानव रहित क्रॉसिंग को हटाने की गति 2009-14 के दौरान प्रति वर्ष 1,137 थी जबकि 2014-19 के दौरान अब औसतन 1,884 प्रति वर्ष हासिल की गई है।

वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान, 1000 के लक्ष्य के मुकाबले अगस्त 2022 के अंत तक अब तक 216 मानवयुक्त क्रॉसिंग को समाप्त कर दिया गया है, जो वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान प्राप्त प्रगति की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। मंत्रालय के बयान में आगे कहा गया है कि 2014-22 के दौरान मानवयुक्त क्रॉसिंग को बंद करना 676 प्रति वर्ष रहा है, जबकि 2009-14 की अवधि के दौरान 199 प्रति वर्ष किया गया था। 

मानवयुक्त क्रॉसिंग के उन्मूलन के कार्य में तेजी लाने के उद्देश्य से, विभिन्न उपायों जैसे कि सड़क के ऊपर या नीचे पुलों (ROB/RUB) द्वारा 100 प्रतिशत उन्मूलन कार्य के लिए नीति में बदलाव और रेलवे के संचालन में सुधार के लिए प्राथमिकताएं तय करना (विशेषकर गोल्डन) चतुर्भुज/डायगनल रूट और 160 किमी प्रति घंटे पहचाने गए रूट) चलाए जा रहे हैं।

गौर हो कि जहां ROB या RUB के निर्माण कार्य की लागत अब तक रेलवे और संबंधित राज्य सरकार द्वारा समान रूप से शेयर की जा रही थी, वित्त पोषण प्रतिमान में हाल के परिवर्तनों ने किसी भी पार्टी को अपनी आवश्यकता के आधार पर निर्माण की पूरी लागत वहन करने की अनुमति दी है। बयान में कहा गया है कि काम की प्रगति को गति देने के लिए पिछले वित्त वर्ष 2021-22 (44 प्रतिशत की वृद्धि) के 4,500 करोड़ रुपए के मुकाबले राशि आवंटन को बढ़ाकर 6,500 करोड़ रुपए कर दिया गया है।

इसमें आगे कहा गया है कि क्रॉसिंग के उन्मूलन के हिस्से के रूप में क्रॉसिंग के स्थान पर सड़क के ऊपर या नीचे पुलों का निर्माण किया जा रहा है। 2014-22 की अवधि के दौरान आरओबी/आरयूबी के निर्माण की प्रगति 1,225 प्रति वर्ष है जो 2009-14 के दौरान प्रति वर्ष 763 की तुलना में 61 प्रतिशत अधिक है। चालू वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान अगस्त-2022 तक 250 आरओबी/आरयूबी का निर्माण किया गया है, जो इसी अवधि के लिए वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 5 प्रतिशत अधिक है।

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