नई दिल्ली: सरकार ने कहा है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किए बिना हिल स्टेशन, बाजारों में घूमने वाले लोग महामारी प्रबंधन की दिशा में अब तक अर्जित किए गए फायदे पर पानी फेर सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि हिल स्टेशनों की यात्रा करने वाले लोग कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन नहीं कर रहे हैं। यदि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया तो हम प्रतिबंधों में ढील को फिर से रद्द कर सकते हैं। उन्होंने हिल स्टेशनों में लोगों की भारी भीड़ का उल्लेख करते हुए कहा कि कोविड-19 के उचित व्यवहार का घोर उल्लंघन अब तक के लाभ को कम कर सकता है।
ICMR के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा, 'तस्वीरें (हिल स्टेशनों से) भयावह हैं। लोगों को कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करना चाहिए। भविष्य की चुनौती तीसरी लहर नहीं है, बल्कि हम इस पर कैसे कार्य करते हैं। लहर के पहलू को उजागर करने के बजाय हमें प्रसार को रोकने के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार/प्रतिबंधों पर ध्यान देना चाहिए।'
सूत्रों से सामने आया है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शिमला और मनाली में कोविड के उचित व्यवहार के बड़े पैमाने पर उल्लंघन को लेकर हिमाचल प्रदेश सरकार को पत्र लिखा है।
कई राज्य और जिले अभी भी बढ़ा रहे चिंता
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश के 91 जिलों में चार जुलाई को समाप्त सप्ताह में कोविड-19 के रोजाना 100 से अधिक मामले आए। देश में कोविड-19 के 80 प्रतिशत नए मामले 14 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 90 जिलों से आए, जिससे इन इलाकों पर ध्यान देने की जरूरत है। देश के 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 73 जिलों में 29 जून-पांच जुलाई के सप्ताह में संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक थी। स्वास्थ्य सचिव ने उन 73 जिलों को लिखा है जहां से सबसे अधिक मामले रिपोर्ट हो रहे हैं।
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