नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब सोमवार को राज्यसभा में दे सकते हैं। पीएम मोदी चर्चा का जवाब राज्यसभा में देते हैं तो यह पहले से चली आ रही परंपरा से हटकर होगा। अब तक प्रधानमंत्री दोनों सदनों में चर्चा का जवाब देते आए हैं। विपक्ष के सांसद लोकसभा अपना विरोध-प्रदर्शन खत्म करने के लिए तैयार नहीं हैं, इसे देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि पीएम केवल राज्यसभा में ही चर्चा का जवाब दे सकते हैं। समझा जाता है कि प्रश्नकाल के बाद 10.30 बजे धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे सकते हैं।
राज्यसभा में 15 घंटे की बहस हुई
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि बजट सत्र के मौजूदा पहले छह सत्र कामकाज के लिहाज से उपयोगी साबित हुए हैं। सदन की कार्यवाही का 82.10 प्रतिशत हिस्सा उपयोगी साबित हुआ है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सदन में 15 घंटे की बहस हुई है। हालांकि, किसान आंदोलन के मुद्दे पर दोनों सदनों में विपक्षी सदस्यों ने काफी हंगामा किया है और इससे दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार स्थगित हुई है।
राज्यसभा ज्यादा उपयोगी
बयान के अनुसार, पिछली तीन बैठकों में सदन में प्रस्ताव पर चर्चा मुख्य कार्य रहा जिसमें 25 दलों के 50 सदस्यों ने हिस्सा लिया। उसमें कहा गया है कि कार्यवाही के लिए कुल 20 घंटे 34 मिनट का समय तय था जिसमें से चार घंटे 14 मिनट का समय तीन फरवरी को हंगामे के कारण बर्बाद हो गया। हालांकि, शुक्रवार को सदन के सदस्य तय समय से 33 मिनट ज्यादा देरी तक कार्यवाही में शामिल हुए।
प्रश्न काल और शून्यकाल स्थगित हुए
धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा पर समय विस्तार के लक्ष्य से तीन फरवरी को प्रश्नकाल और चार तथा पांच फरवरी को प्रश्न काल और शून्यकाल दोनों समाप्त कर दिया गया था। शुक्रवार को गैर सरकारी सदस्यों के संकल्पों को भी स्वीकार नहीं किया गया। जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2021 को सदन में पेश किया गया। यह इस संबंध में जारी अधिसूचना का स्थान लेगा। पहले सप्ताह में सदन में आठ शून्यकाल और सात विशेष उल्लेख हुए। सदन में आम बजट 2021-22 पर अगले सप्ताह चर्चा होगी जिसके लिए 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है।
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