नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रगति मैदान में 'गतिशक्ति-राष्ट्रीय मास्टर प्लान' की शुरुआत की। इस योजना के तहत सरकार के 16 मंत्रालय एक पोर्टल से जुड़ेंगे। इससे सभी मंत्रालय एक-दूसरे के काम पर नजर रख सकेंगे। इस योजना से बुनियादी संरचना विकास से जुड़े कार्यक्रमों में तेजी आएगी। सरकार इस योजना पर 100 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रही है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने इस योजना की घोषणा की थी। इससे पहले पीएम मोदी प्रगति मैदान में तैयार हो रहे नए प्रदर्शनी कॉम्पलेक्स के मॉडल को देखा और उसकी समीक्षा की।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि यह प्लान सरकार की योजनाएं को तय समय में पूरा करने के लिए उन्हें सही जानकारी देगा और उनका सटीक मार्गदर्शन करेगा। इस प्लान के केंद्र में भारत के लोग, उद्योग, उत्पादन, किसान और युवा हैं। यह प्लान विकास के रास्ते में आने वाले अवरोधों को दूर करेगा। 'वर्क इन प्रोग्रेस' के बोर्ड पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रगति तभी मानी जाएगी जब उसमें गति हो। उन्होंने कहा कि 'वर्क इन प्रोग्रेस' के बोर्ड अविश्वास के प्रतीक बन गए थे।
पीएम ने कहा कि इस प्लान से रोड से रेलवे, एविएशन से लेकर कृषि तक सभी विभाग जुड़ेंगे। आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ हम, अगले 25 वर्षों के भारत की बुनियाद रच रहे हैं। पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान, भारत के इसी आत्मबल को, आत्मविश्वास को, आत्मनिर्भरता के संकल्प तक ले जाने वाला है। गतिशक्ति के इस महाअभियान के केंद्र में भारत के लोग, भारत की इंडस्ट्री, भारत का व्यापार जगत, भारत के मैन्यूफैक्चरर्स और भारत के किसान हैं। ये भारत की वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को 21वीं सदी के भारत के निर्माण के लिए नई ऊर्जा देगा, उनके रास्ते के अवरोध समाप्त करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने ना सिर्फ परियोजनाओं को तय समयसीमा में पूरा करने की कार्य संस्कृति विकसित किया बल्कि आज समय से पहले प्रोजेक्टस पूरे करने का प्रयास हो रहा है। दुनिया में ये स्वीकृत बात है कि सतत विकास के लिए गुणवत्ता इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण एक ऐसा रास्ता है, जो अनेक आर्थिक गतिविधियों को जन्म देता है, बहुत बड़े पैमाने पर रोजगार का निर्माण करता है। हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का विषय ज्यादातर राजनीतिक दलों की प्राथमिकता से दूर रहा है। ये उनके घोषणापत्र में भी नजर नहीं आता। अब तो ये स्थिति आ गई है कि कुछ राजनीतिक दल, देश के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर आलोचना करने लगे हैं।
इस परियोजना के बारे में पीएम मोदी ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने एक आधिकारिक बयान को साझा करते हुए लिखा, ‘महाअष्टमी के पावन अवसर पर 13 अक्टूबर को दिन में 11 बजे पीएम गतिशक्ति-मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी के लिए राष्ट्रीय मास्टर प्लान की शुरुआत की जाएगी। यहां बताया गया है कि यह पहल क्यों खास है।’
इस परियोजना से सभी विभागों को एक केंद्रीकृत पोर्टल के माध्यम से एक-दूसरे की परियोजनाओं का पता चलेगा और मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी लोगों, वस्तुओं और सेवाओं के आदान-प्रदान के लिए एकीकृत और निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। सरकार का मानना है कि इस योजना से विभिन्न मंत्रालयों के तहत चल रहीं बुनियादी सुविधाओं से जुड़ी योजनाओं में तेजी आएगी। योजनाओं में पारदर्शिता बढ़ने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे।
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