CM योगी आदित्यनाथ के पिता के निधन पर PM मोदी ने जताया शोक, पत्र लिखकर व्यक्त किया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट के निधन पर शोक जताया है। दोनों ने सीएम योगी को पत्र लिखकर अपना दुख व्यक्त किया है।

Yogi Adityanath
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता के निधन पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अपनी श्रद्धांजलि दी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी सीएम योगी को इस संबंध में पत्र लिखकर अपना दुख व्यक्त किया है। 87 साल के आनंद बिष्ट का सोमवार को दिल्ली स्थित एम्स में निधन हो गया। वो यकृत की बीमारी से पीड़ित थे। उन्हें उत्तराखंड में ऋषिकेश स्थित एम्स से 13 मार्च को एम्स दिल्ली के गेस्ट्रो विभाग में भर्ती कराया गया था।

पीएम मोदी ने अपने पत्र में कहा, 'श्री योगी आदित्यनाथ जी, आपके पूज्य लौकिक पिता श्री आनंद सिंह बिष्ट जी के देवलोकगमन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। यद्यपि संन्यास जीवन में प्रवृत्त होने के नाते आप समस्त सांसारिक सीमाओं और मोह-बंधनों से मुक्त हो चुके हैं, परंतु आपके पूर्वाश्रम में हुई इस क्षति के बारे जानकार गहरी पीड़ा हुई।'

पत्र में आगे कहा गया, 'उनके जीवन की सार्थकता का अनुभव हमें सार्वजनिक जीवन में आप जैसे विलक्षण तत्वज्ञानी के सान्निध्य से होता है। आप जैसे यशस्वी और कर्मठ पुत्र के पिता के रूप में वे एक गौरव पुरुष थे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह दिवंगत आत्मा को अपने सान्निध्य में चिरशांति प्रदान करे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं आपके लौकिक और वृहत् धर्म परिवार के साथ हैं।' 

राष्ट्रपति ने भी पत्र में कहा, 'मुझे आपके पिता श्री आनंद सिंह बिष्ट के स्वर्गवास के बारे में जानकार अत्यंत दुख हुआ। मैं आपको एवं परिवार के अन्य सभी सदस्यों के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर आपको इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।'

सीएम योगी के पिता की अंत्येष्टि हरिद्वार में की जाएगी लेकिन मुख्यमंत्री इसमें शामिल नहीं होंगे। मुख्यमंत्री योगी ने एक बयान में कहा, 'अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, लेकिन कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई को प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने के कर्तव्य बोध के कारण ऐसा नहीं हो पाया। लॉकडाउन को सफल बनाने और महामारी को परास्त करने की रणनीति के चलते 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में भाग नहीं ले पा रहा हूं। अपने पूज्य पिता जी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुख व शोक है। वे मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता हैं। जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम एवं निस्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिए समर्पित भाव से साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया।'

मुख्यमंत्री कोरोना वायरस संकट पर अधिकारियों के साथ बैठक में थे, जब उन्हें पिता के निधन की सूचना मिली। लेकिन उन्होंने कोर टीम के अधिकारियों साथ बैठक जारी रखी। 

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