पटना: प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के फिर जदयू में शामिल होने पर जनता दल यूनाइडेट (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने शनिवार को कहा कि प्रशांत किशोर चुनाव रणनीतिकार हैं, वह राजनीतिक व्यक्ति नहीं हैं। वह एक बिजनेसमैन हैं और अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए मार्केटिंग करते हैं। उन्हें जदयू में शामिल होने का कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया। वह खुद सीएम से मिलना चाहते थे।
ललन सिंह ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आखिरकार उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने के लिए कहा। हमने दिल्ली में 1.5 घंटे बात की। उनसे कहा कि वे पार्टी के अनुशासन के भीतर काम करें और सभी को पार्टी के फैसले को स्वीकार करना चाहिए, भले ही अलग-अलग राय हों।
उन्होंने कहा कि सीएम से मिलने के लिए उनके लिए शाम 4 बजे का समय तय किया गया था, लेकिन उससे 2 घंटे पहले उन्होंने मीडिया से कहा कि उन्हें बुलाया गया है लेकिन वे नहीं जाएंगे, सीएम इंतजार करेंगे। यह सब मार्केटिंग का एक हिस्सा है।
गौर हो कि हाल ही में नीतीश कुमार से प्रशांत किशोर ने मुलाकात की थी उसके बाद चर्चा शुरू हो गई थी कि वह फिर से जदयू ज्वाइन कर सकते हैं। लेकिन जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने इसका खंडन कर दिया है।
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प्रशांत किशोर ने कहा था कि 13 सितंबर को नीतीश कुमार से मुख्यमंत्री आवास पर उनकी मुलाकात हुई थी और यह सामाजिक और राजनीतिक तौर पर एक शिष्टाचार मुलाकात थी। किशोर ने कहा था नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं, मैं मई से बिहार में काम कर रहा हूं। तब से कई बार मिलने की बात हुई लेकिन मैं नहीं मिल पाया था। इसलिए शिष्टाचार के नाते मेरी उनसे मुलाकात हुई है।
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पूरे बिहार में दो अक्टूबर से जन सुराज अभियान के भविष्य और नीतीश कुमार के साथ जाने पर किशोर ने कहा कि जन सुराज अभियान और बिहार की बदहाली पर उनके रुख में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। आईपैक के संस्थापक किशोर ने कहा कि जो रास्ता उन्होंने खुद के लिए तय किया है वह उस रास्ते पर कायम हैं।
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