Forbes 2020: प्रशांत किशोर और कन्हैया कुमार फोर्ब्स लिस्ट में, दुनिया के पहले 20 शक्तिशाली लोगों में बनाई जगह

प्रशांत किशोर और कन्हैया कुमार को फोर्ब्स मैगजीन में स्थान मिला है। फोर्ब्स ने 2020 की शक्तिशाली लोगों की सूची जारी की है जिसमें इन दोनों ने पहले 20 लोगों में अपनी जगह बनाई है।

prashant kishore and kanhaiya kumar in forbes list 2020
फोर्ब्स लिस्ट 2020 में प्रशांत किशोर और कन्हैया कुमार का नाम शामिल 

नई दिल्ली : विश्व की प्रतिष्ठित मैगजीन फोर्ब्स (Forbes) ने साल 2020 की दुनियाभर के शक्तिशाली लोगों की सूची जारी कर दी है। इस लिस्ट में बिहार के दो लोगों ने पहले 20 लोगों में अपनी जगह बनाई है। ये शख्सियत है राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर और दूसरे जवाहरलाल यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार। 

फोर्ब्स मैगजीन ने लिस्ट जारी करते हुए इनके बारे में कहा कि ये अगले दशक के लिए (10 सालों) देश दुनिया के लिए एक बड़ा चेहरा हो सकते हैं। बता दें कि प्रशांत किशोर जहां बिहार के सासाराम के निकट एक गांव से संबंध रखते हैं वहीं युवा नेता कन्हैया कुमार बिहार के बेगूसराय जिले के एक गांव से हैं।

इन दोनों के अलावा इस सूची में दुनिया भर के बड़े-बड़े शक्तिशाली लोगों के नाम शामिल हैं जिनमें मुख्य रुप से श्रीलंका के नए राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे, मोहम्मद बिन सलमान (सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस), जेसिंडा एरडर्न (न्यूजीलैंड की प्राइम मिनिस्टर), बोरिस जॉनसन (ब्रिटेन से पीएम), सना मरीन (फिनलैंड की युवा पीएम), अलेक्जेंड्रा ओकेसियो कॉर्टेज (न्यूयॉर्क यूएस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की सदस्य) और ग्रेटा थनबर्ग (एनवायरनमेंटलिस्ट)।

इन्हें भी मिला स्थान
प्रशांत और कन्हैया के अलावा अन्य भारतीयों के नाम भी इस सूची में शामिल हैं जिनमें दुश्यंत चौटाला (हरियाणा के उप मुख्यमंत्री), महुआ मोइत्रा (टीएमसी लोकसभा सांसद), गोदरेज फैमिली (गोदरेज), गरिमा अरोड़ा (शेफ)।

भारतीय मूल के वैसे लोग जिनका जन्म अमेरिका में हुआ है उनका नाम भी इस सूची में आया है। हसन मिनहाज ( कॉमेडियन, पॉलिटिकल कॉमेंटेटर) और आदित्य मित्तल (आर्सेलर मित्तल ग्रुप सीईओ)।

कौन हैं प्रशांत किशोर
आपको बता दें कि प्रशांत किशोर 2011 से राजनीतिक रणतीतिकार रहे हैं जब उन्होंने गुजरात चुनाव में बीजेपी के लिए काम किया था। इसी प्रकार 2014 में भी बीजेपी के लिए कैंपेनिंग में किशोर अपने फर्म (CAG) के जरिए मदद की थी। इसके बाद सीएजी का नाम बदलकर आईपैक कर दिया गया था और किशोर अब इस संगठन के मुखिया कहे जाते हैं। 

कौन हैं कन्हैया कुमार
वहीं कन्हैया कुमार जेएनयू में अपनी छात्र राजनीति के तौर पर जाने जाते हैं। 2016 में उन पर देशद्रोह का आरोप लगा था। 2019 में उन्होंने बेगूसराय से ही लोकसभा चुनाव लड़ा था जहां से वे हार गए थे हालांकि इसके बाद भी उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई। वे देशभर में सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने के लिए जाने जाते हैं। फोर्ब्स ने कहा कि एक शक्तिशाली चेहरा होने के नाते वे भविष्य में एक बड़े राजनेता साबित हो सकते हैं।

  

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